लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सपा के मुखिया अखिलेश यादव पर बेहद ही आक्रामक रूख अपनाते हुए न सिर्फ उनको मौकापरस्त करार दिया बल्कि उनकी तुलना मुगल शासक औरंगजेब से कर सियासी गलियारों में एक तरह से भूचाल ला दिया है। ज्ञात हो कि गुरूवार को सपा अध्यक्ष ने अपने एक बयान में कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं रहेंगे।
गौरतलब है कि आज पिछड़ा वर्ग मोर्चा सम्मेलन को संबोधित करते हुये योगी ने यहां कहा, ‘जो अपने बाप-चाचा का नहीं हुआ, वो आपको अपने साथ जोडऩे की बात करता है। उन्होंने औरंगजेब का उदाहरण देते हुए कहा कि इतिहास दोहराया जा रहा है। औरंगजेब ने सत्ता की खातिर अपने पिता को भी जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया था, इसलिए आज भी मुस्लिम समुदाय के लोग अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखते।
सपा सरकार पर निषाद, कश्यप और बिंद समाज के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा कि इन जातियों को अनुसूचित जनजाति में आरक्षण न मिले इसलिए सपा ने अपने लोगों से न्यायालय में इसके खिलाफ याचिका दायर कर स्टे कराया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का मत है कि इस वंचित समाज को उसका हक मिलना चाहिए। इसलिए सरकार न्यायालय में जल्द निर्णय कराने के साथ समाज के पक्ष में मजबूती पैरवी करेगी।
इतना ही नही मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्यप और निषाद समाज को पहले गुड खांडसारी के लाइसेंस के लिए मुसीबत उठानी पड़ती थी। समाज की दिक्कत को देखते हुए उनकी सरकार ने गुड और खांडसारी का लाइसेंस निशुल्क जारी करने की व्यवस्था की है। साथ ही नाव डूबने और सांप काटने से मौत पर 4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा भी की है।
उन्होंने निषाद समाज को आश्वासन दिया कि केंद्र और प्रदेश सरकार निषाद समाज की समस्याओं का समाधान निकालने को प्राथमिकता देगी। साथ ही ये भी कहा कि जिस समाज के पूर्वज ने भगवान राम की नैया पार लगाई हो उस समाज को धर्म की परिभाषा बताने की आवश्यकता नहीं है। देश व धर्म की रक्षा के लिए निषाद समाज ने योगदान दिया है।
इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘निषाद राज के वंशज के रूप में आज सब एक महान परंपरा के वाहक रहे है। देश और समाज की रक्षा के लिए आपका समाज सदैव समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि आपके समाज ने देश को बहुत कुछ दिया है।’