नई दिल्ली। नापाक पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री का दोगलापन उस वक्त सामने आया जब एक तरफ उसने सीमा पर दिखाई क्रूरता और ऐय्यारी। वहीं दूसरी तरफ चिट्ठी के जरिये जताया कि वह चाहता है अमन और भारत से यारी। दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारत और पाकिस्तान के बीच दोबारा व्यापक वार्ता शुरु करने की मांग की।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह सुझाव दिया कि इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए इस महीने के आखिर में दोनों देशों के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और शाह महमूद कुरैशी के बीच वार्ता होनी चाहिए।
मिली खबरों के मुताबिक इमरान खान की चिट्ठी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की तरफ से यह कहा गया है- “पाकिस्तान और भारत भारत के बीच निश्चित तौर पर चुनौती भरे संबंध रहे है। ऐसे में हमें अपने लोगों खासकर भविष्य की पीढ़ियों को ध्यान में रखते हुए जम्मू कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दों का समाधान करना चाहिए और आपसी फायदे के लिए मतभेद को दूर किया जाना चाहिए।”
बताया जाता है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने पीएम नरेंद्र मोदी को जो चिट्ठी लिखी है, उसमें भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से वार्ता बहाल करने की बात कही गई है। पत्र में इमरान खान ने दोनों देशों के बीच विदेश मंत्री स्तर की वार्ता का भी सुझाव दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद पर भी बातचीत करने को हमेशा तैयार है।
ज्ञात हो कि पाकिस्तान का अमन का ये पैगाम ऐसे वक्त आया है जब खुद उसने सीमा पर ऐसी घिनौनी हरकत को अंजाम दी है। दरअसल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक बीएसएफ जवान की पाकिस्तानी सैनिकों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी। और इस घटना को लेकर देश में घमासान मचा हुआ है और लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
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