नई दिल्ली। सीमा पार आतंकी ठिकानों पर हुए सर्जीकल स्ट्राइक के वीडियो के जारी किये जाने के बाद देश के दो प्रमुख बड़े दलों में एक बार फिर जबर्दस्त घमासान शुरू हो गया है। जिसके तहत आज कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष पर बेहद ही संगीन आरोप लगाए। पार्टी ने दोनों पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध होने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसे कई प्रमाण हैं, जिनसे साबित होता है कि मोदी-शाह की जोड़ी का खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ महागठबंधन है और इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। इसका सबसे बड़ा प्रमाण आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असद दुर्रानी का बयान है, जिसमें वह कहता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाए रखना चाहती है।
इतना ही नही बल्कि प्रवक्ता ने ये भी कहा कि मोदी का आईएसआई के साथ महागठबंधन का परिणाम था कि पठानकोट में आतंकवादी हमले की जांच का काम उसी आईएसआई को सौंपा गया, जिसके इशारे पर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने इस हमले को अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि पीएम को बताना चाहिए कि किस आधार पर पठानकोट हमले के लिए जिम्मेदार आईएसआई को पठानकोट हमले की जांच की इजाजत दी गयी।
सुरजेवाला ने कहा कि शाह ने 30 मार्च, 2016 को कोलकाता में सार्वजनिक सभा में कहा था कि पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच में पाकिस्तान ने गंभीरता से प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि आईएसआई के साथ अगर शाह के संबंध नहीं थे तो उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने किस आधार पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सरहाना की थी। गौरतलब है कि भाजपा ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर जो खुलासा चाहते हैं, उससे वह पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं।