लखनऊ। जिन्दगी में आदमी जैसा करता है उसका खामियाजा भी वो एक दिन खुद ही भरता है। ऐसा ही कुछ प्रदेश के जनपद आगरा में उस वक्त सामने आया जब एक औरत ने अपने प्रेम में अड़गा बन रहे पति की अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। और मृतक आश्रिता के तौर पर पेंशन भी पा रही थी। वहीं इस मामले में एक लालच के चलते उसका सहयोग और समर्थन कर रहे उसके ही पुत्र ने जब अपना उललू सीधा होता न देखा तो गुस्से में उसने उस महिला यानि अपनी ही मां का कत्ल कर दिया।
गौरतलब है कि फिरोजाबाद के टूंडला क्षेत्र के बेबी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी बेटे गुलशन को एत्मादपुर तिराहे से गिरफ्तार किया है। आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद किया है। आरोपी ने बताया कि पिता के स्थान पर नौकरी की जांच में सहयोग नहीं करने से आहत होने पर उसने कदम उठाया था।
इस बाबत एक प्रेस वार्ता के दौरान एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि 19 सितंबर की शाम टूंडला के तेल मिल रोड निवासी बेबी कठेरिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के खुलासे के लिए टूंडला पुलिस टीम लगी थी। वाहन चेकिंग के दौरान सूचना मिली कि बेबी का हत्यारोपी गुलशन एत्मादपुर तिराहे पर आने वाला है।
इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर बाइक सहित दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ में गुलशन ने बताया कि 2009 में मेरी मां बेबी देवी एवं टूंडला के रेस्टकैंप निवासी गजेंद्र उर्फ गुड्डू पुत्र योगेंद्र सिंह ने मेरे पिता रामवीर की हत्या कर दी थी। पिता की हत्या के बाद वो एवं उसका भाई हिमांशु शिकोहाबाद स्थित बाबा के पास रहने लगे थे।
पिता रेलवे में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी होने के कारण मां के जेल से छूटने के बाद पेंशन मिलने लगी थी। पिता के स्थान पर आश्रित कोटे से नौकरी की जांच शुरू हो गई थी। मां से आश्रित कोटे से नौकरी दिलाने की बात की तो उन्होंने कोई संबंध नहीं होने की बात कह दी थी। उसके साथ बेगाने जैसा व्यवहार होने से वो परेशान था। इसी के चलते उसने हत्या कर दी थी। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद किया है।