नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में जहां एशिया कप जीतकर देश का गौरव बढ़ाया वहीं आज भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज पर पारी और 272 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर दो मैचों की सीरीज में 1-0 से अजेय बढ़त बना ली है। भारतीय टीम ने राजकोट टेस्ट ढाई दिन में ही जीत लिया और 98.1 ओवरों के अंदर वेस्टइंडीज की दोनों पारियों को समेट दिया।
गौरतलब है कि एक तरह से यह भारत की टेस्ट क्रिकेट में अबतक की सबसे बड़ी जीत है। जबकि वहीं इससे पहले भारत ने इसी साल जून में अफगानिस्तान को उनके ऐतिहासिक डेब्यू टेस्ट मैच में पारी और 262 रनों से मात दी थी और साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ पारी और 239 रन से जीत दर्ज की थी।
ज्ञात हो कि इस मैच में दरअसल टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 9 विकेट पर 649 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। इसके बाद बैटिंग पर उतरी इंडीज टीम रविचंद्रन अश्विन की घातक गेंदबाजी के सामने अपनी पहली पारी में 181 रन पर ढेर हो गई।
जिसके चलते जहां भारत ने वेस्टइंडीज पर 468 रनों की बढ़त हासिल की। वहीं भारत ने वेस्टइंडीज को फॉलोऑन खेलने का मौका दिया। पहली पारी में अश्विन के आगे घुटने टेकने वाली इंडीज टीम ने अपनी दूसरी पारी में कुलदीप यादव की घातक गेंदबाजी के आगे महज 196 रन पर सरेंडर कर दिया।
वेस्टइंडीज की टीम तीसरे दिन लंच से पहले अपनी पहली पारी में 48 ओवरों में 181 रन पर सिमट गई। भारत ने उसे फॉलोआॅन खिलाया। दूसरी पारी में भी वेस्टइंडीज की टीम बेहतर बल्लेबाजी नहीं कर सकी और 50.5 ओवरों के अंदर 196 रन पर आॅल आउट हो गई। रविचंद्रन अश्विन (पहली पारी में 37 रन देकर चार विकेट) ने तीसरे दिन पहले सत्र में शानदार गेंदबाजी की।
वहीं दूसरी पारी में कुलदीप यादव (57 रन देकर पांच विकेट) ने विपक्षी बल्लेबाजों को बड़ी पारी खेलने का मौका नहीं दिया। इस तरह कुलदीप ने टेस्ट में पहली बार पांच विकेट भी अपने नाम किए। कप्तान जेसन होल्डर और तेज गेंदबाज केमार रोच की अनुपस्थिति से वेस्टइंडीज टीम की परेशानी बढ़ गयी है।
अहम बात ये है कि दूसरी पारी में काइरन पॉवेल को छोड़कर वेस्टइंडीज का कोई बल्लेबाज नहीं टिक सका। पॉवेल ने 93 गेंद में आठ चौकों और चार छक्कों की मदद से 83 रन बनाए। सुबह के सत्र में आर अश्विन का दबदबा था। जबकि दूसरे सत्र में कुलदीप ने कहर बरपाया। कैरेबियाई बल्लेबाजों को गैर जिम्मेदाराना शाट्स खेलने का खामियाजा भुगतना पड़ा।
कुलदीप ने शाइ होप को पहला शिकार बनाया जिसके बाद शिमरोन हेटमायेर अपना विकेट गंवा बैठे। सुनील अंबरीश भी उनकी गेंद पर आउट हुए। भारत के लिए यह मुकाबला टेस्ट क्रिकेट में पृथ्वी शॉ के शानदार उदय के लिए याद रखा जाएगा, जिन्होंने अपने पदार्पण मुकाबले में ही शतक जड़कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश किया और टेस्ट में ऐसा करने वाले देश के सबसे युवा खिलाड़ी बने। उनके अलावा इस टेस्ट में विराट कोहली और रवींद्र जडेजा भी शतकवीर रहे।