नई दिल्ली। एक तरफ बहती चुनावी बयार वहीं दूसरी तरफ नेता जनता के विरोध और आक्रोश को झेलने के लिए रहें सावधान और तैयार क्योंकि अब गुस्से में लोग कालिख, स्याही तथा चप्पल-जूता उछालने में गुरेज नही करते और तो और वो बाद के अंजाम से भी नही डरते। जिसकी बानगी है कि आज बिहार के पटना में एक सभा में गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर युवक ने चप्पल फेंक दिया। इसके बाद युवक ने आरक्षण का विरोध करते हुए नारेबाजी भी की।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के छात्र समागम कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बापू सभागार पहुंचे थे। इस दौरान जैसे ही वो कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए मंच पर पहुंचे, चंदन नामक युवक ने मंच पर चप्पल फेंक दिया और आरक्षण का विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। हालांकि घटना के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने मुख्यमंत्री को सुरक्षा घेरे में ले लिया। इस घटना से बौखलाए जदयू नेताओं ने युवक की जमकर पिटाई की और उसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
माना जा रहा है कि एक तरह से ये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है। मुख्यमंत्री पर भरी सभा मे चंदन तिवारी नामक लड़के ने चप्पल फेंका और नारेबाजी की। इस घटना के तुरत बाद जदयू नेताओं ने युवक की जमकर पिटाई की और सुरक्षाबलों ने तुरत सीएम को सुरक्षा घेरे में ले लिया।
वहीं जबकि बताया जा रहा है कि चंदन औरंगाबाद का रहनेवाला है और वह सवर्ण सेना का सदस्य है। युवक ने आरक्षण का विरोध करते हुए कहा कि इसकी वजह से बिहार के युवाओं का भविष्य अंधकार में चला गया है। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है और इसकी वजह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं।
इसके साथ ही युवक ने कहा कि आखिर हम बेरोजगार जाएं तो कहां जाएं, क्योंकि हमारे सामने नौकरी की समस्या एक पहाड़ की तरह है। युवक ने नीतीश कुमार से गुहार लगाई कि उन्हें राज्य में आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए, ताकि बिहार के सभी युवा एक समान रूप से आगे बढ़ सकें।