लखनऊ। प्रदेश में योगी सरकार तथा प्रदेश पुलिस प्रमुख के बेटियों और महिलाओं से जुड़े मामलों में त्वरित मामला दर्ज किये जाने के तमाम निर्देशों के बावजूद भी कुछ एक पुलिसकर्मी हैं कि हम न सुधरेंगे की तर्ज पर ही काम करने पर आमादा हैं। जिसकी बानगी है कि पीड़ितो को जबतब ऐसा कदम उठाना पड़ता है जिससे सरकार और पुलिस दोनों ही की किरकिरी होती है। इसी क्रम में एक बार फिर एक पीड़ित परिवार पुलिस के टरकाये जाने वाले ढुलमुल रवैये से तंग आकर आज राजधानी के विधान भवन के सामने आत्मदाह करने पर आमादा हो गया।
गौरतलब है कि लखनऊ में विधान भवन के सामने गेट नंबर तीन पर एक परिवार ने आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसे काफी मशक्कत से पुलिस कर्मियों ने रोक लिया। पूछताछ में परिवार ने बताया कि वह बहराइच के थाना हुजूरपुर गांव चिरइया टांड का रहने वाला है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पांच महीने पहले उनकी 14 वर्षीय पुत्री का अपहरण कर लिया गया था। पुलिस से गुहार लगाने के बाद भी अब तक उसका कुछ पता नहीं चल सका। उन्होंने औरैया के दिवियापुर के रहने वाले एक युवक सुधीर शर्मा पर अपहरण का आरोप लगाया। इतना नही उनका कहना है कि अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। जहां जाते हैं अधिकारी डराते, धमकाते हैं और पैसा मांगते हैं।इन बातों से परेशान होकर आत्मदाह करने आए थे।