लखनऊ। प्रदेश की पुलिस के लिए बेखौफ अपराधी मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं क्योंकि जहां अभी राजधानी लखऊ के गोमतीनगर में लूट और हत्या के मामले में वो वैसे ही खाली हाथ थी। वहीं अब उसे वाराणसी के मॉल में हुई फायरिंग मामले में पांच युवकों की तलाश है। जिसके लिए पुलिस को 25000 का इनाम तक घोषित करना पड़ा है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में वाराणसी के जेएचवी मॉल में दोहरे हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी एवं मुआवजे की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने हुलुकगंज की मुख्य सड़क पर शव रखकर घंटों धरना-प्रदर्शन किया। जिस पर जिला प्रशासन द्वारा आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने तथा पीड़तिों को उचित सरकारी मदद देने के आश्वासन के बाद मृतक गोपी कनौजिया के परिजनों ने धरना-प्रदर्शन समाप्त किया। परिजनों ने मांगों का एक ज्ञापन पत्र जिला प्रशासन को सौंपा है जिसमें दोषियों की गिरफ्तारी तथा पीड़ति परिवार के किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की मांग की गई है।
वहीं इस बाबत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकणीर् ने गुरूवार को यहां बताया कि बुधवार को हुई गोलीबारी की घटना की जांच गंभीरता से की जा रही है। इस मामले में आलोक उपाध्याय, रोहित सिंह, ऋषभ सिंह विसू और कुन्दन सिंह के नाम सामने आये हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रत्येक अभियुक्त पर 25000-25000/- रूपये (पचीस हजार) का ईनाम घोषित किया गया है।
उन्होने बताया कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिये जिले के विभिन्न थानों तथा क्राइम ब्रान्च की 12 टीमें लगायी गयी हैं। इसके साथ ही जेएचवी मॉल में लगी सुरक्षा एजेन्सी (हॉक सिक्योरिटी सर्विसेज) के ड्यूटी में लगे कर्मचारीयों द्वारा किन परिस्थियों में शस्त्र प्रवेश वर्जित होते हुए भी शस्त्र को मॉल के अन्दर प्रवेश दिया गया, इसकी जांच कर उपरोक्त सिक्योरिटी एजेन्सी का लाइसेंस रद्द करने के लिये आख्या प्रेषित की जा रही है।
ज्ञात हो कि है कि बुधवार को जेएचवी मॉल में बदमाशों की अंधाधुंध गोलीबारी में दो लोगों की मृत्यु हो गई जबकि दो अन्य गंभीर रुप से घायल हो गए। मृतकों में पांडेपुर के गोपी और शिवपुर के सुनील कुमार शामिल हैं। गोलीबारी में विशाल सिंह और कुंदन शर्मा गंभीर रुप से घायल हो गए थे, जिनका उनका इलाज चल रहा है।