नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केन्द्र की मोदी सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी को लेकर आड़े हाथों लिया। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष ने शनिवार को उदयपुर में एक संवाद कार्यक्रम के दौरान दावा किया यूपीए सरकार में तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ‘सैन्य फैसले को भी ‘राजनीतिक संपत्ति बना दिया है। साथ ही राहुल गांधी ने नोटबंदी को ऐसा घोटाला बताया जिसका उद्देश्य छोटे कारोबारियों और दुकानों की रीढ़ तोड़ना था।
बताया जाता है कि राहुल गांधी ने संवाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ”मनमोहन सिंह सरकार ने तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की, क्या आपको इसकी जानकारी है? उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीति ‘मुद्दा बनाने का आरोप लगाया और कहा,” प्रधानमंत्री ने सेना के अधिकार क्षेत्र (डोमेन) में घुसते हुए उनकी सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक आस्ति (एसेट) में बदल दिया जबकि वास्तव में यह एक सैन्य फैसला था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनावों में हार सामने दिखी तो मोदी ने एक ‘सैन्य फैसले को राजनीतिक संपत्ति में बदल दिया।
राहुल ने बैंकों की ‘गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”संप्रग सरकार ने जब मोदी जी को सरकार सौंपी तब एनपीए दो लाख करोड़ रुपये था जो चार साल में बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं के लिए रोजगार सृजन के मामले में पूरी तरह विफल रही है। बिजनेसमैन और पेशेवर लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह सोचना गलत है कि केवल प्राइवेट शिक्षा संस्थान ही अच्छे हैं। हम इस बात को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं कि सरकारी शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थानों के बगैर हम देश नहीं चला सकते।