वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रसिद्ध संकटमोचन मंदिर में 2006 से भी बड़ा बम धमाका करने की धमकी भरी एक चिट्ठी मिली है। बताया जा रहा है कि मंदिर के मुख्य पुजारी को एक धमकी भरा पत्र भेजा गया है, जिसे हाथ से लिखा गया है। इस पत्र के बारे में पुलिस को सूचित कर दिया गया है और साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। संकटमोचन मंदिर के मुख्य पुजारी महंत विशंभर नाथ मिश्रा ने कहा, हमें मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र मिला है। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है साथ ही हाथ से लिखे पत्र को भी सौंप दिया गया है. मामले की जांच पुलिस कर रही है।
इस धमकी के बाद एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाकर पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। एसएसपी कुलकर्णी ने पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि हो सकता है ऐसा किसी को फंसाने के लिए भी किया गया हो, क्योंकि पत्र लिखने वाले का नाम भी लिखा गया है। इसके बावजूद मामले की पूरी तरह जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल क्राइम ब्रांच ने मामले से शुरुआती जांच में हैंड राइटिंग एक्सपर्ट को भी बुलाया है, ताकि इस पत्र को लिखने वाले से जुड़ा कोई सुराग मिल सके।
गौरतलब है कि संकटमोचन मंदिर में 2006 में भी ब्लास्ट हो चुके हैं और इसमें कई लोग मारे गए थे। यह मंदिर आतंकवादियों के निशाने पर हमेशा रहा है। 2010 में भी ब्लास्ट की कोशिश हुई थी, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया था। ऐसे में एक बार फिर से धमकी भरा पत्र मिलने से जहां पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है, तो वहीं स्थानीय लोगों और मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं में दहशत का माहौल बना हुआ है। चिट्ठी मिलने के तुरंत बाद प्रो. मिश्र ने केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी और एडीजी जोन को जानकारी दी। मंगलवार देर रात लंका थाने में चिट्ठी में दर्ज दोनों नामों पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।