नई दिल्ली। भाजपा सांसद सुब्रामण्यम स्वामी ने एक बार फिर अपनी सरकार के फैसले पर सवालिया निशान लगाते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। दरअसल स्वामी ने कहा कि शक्तिकांत दास को आरबीआई के गवर्नर के रूप में नियुक्त करना गलत है। क्योंकि शक्तिकांत दास ने पी चिदंबरम के साथ भ्रष्ट गतिविधियों में करीबी से काम किया है यहां तक की अदालत के मामलों में उन्हें बचाने की कोशिश की है। मुझे नहीं पता कि यह क्यों किया गया, मैंने इस निर्णय के खिलाफ प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है।
गौरतलब है कि उर्जित पटेल द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर पद से इस्तीफा देने के बाद नए गवर्नर की नियुक्ति कर दी गई है। अब पूर्व वित्त सचिव व वित्त आयोग के वर्तमान सदस्य शक्तिकांत दास को आरबीआई का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। तमिलनाडु कैडर से 1980 बैच के आईएएस शक्तिकांत दास (61) रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर होंगे। तमिलनाडु सरकार व केंद्र सरकार के साथ पहले भी आर्थिक विभागों में अपनी सेवाएं दे चुके शक्तिकांत दास ने मोदी सरकार के नोटबंधी के फैसले में भी अहम भूमिका निभाई थी।
ज्ञात हो कि गत सोमवार की शाम को आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार व पटेल के बीच मतभेद की खबरें आ रही थीं। माना जा रहा था कि सरकार द्वारा आरबीआई एक्ट के स्क्शन-7 में अपने विशेषाधिकार लागू करने का कदम पटेल को रास नहीं आया था। वह इसे आरबीआई की स्वायत्तता में हस्तक्षेप मान रहे थे। पटेल का यह कदम इन्हीं मतभेदों का परिणाम माना जा रहा है।