नई दिल्ली। दुनिया भर में मशहूर कंपनी जॉनसन एण्ड जॉनसन की साख पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है। दरअसल जॉनसन बेबी पाउडर से कैंसर होने का खतरा होने की खबर सामने आई है। बेबी केयर अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन के प्रोडक्ट को लेकर फिर से चर्चा गर्म है। जॉनसन कंपनी के बेबी केयर पाउडर से कैंसर होने का खतरा जताया गया था। अब इस मामले में फिर से एक रिपोर्ट आई है। जॉनसन एंड जॉनसन के टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस बताया गया है जिससे कैंसर का खतरा होता है।
गौरतलब है कि यह खुलासा रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में किया गया है। रॉयटर्स ने रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी एग्जेक्यूटिव से लेकर माइन मैनेजर, वैज्ञानिक, डॉक्टर और यहां तक कि वकील भी इस बात से अवगत थे कि पाउडर में एस्बेस्टस है जिससे कैंसर का खतरा होता है। हद की बात है कि सच्चाई जानते हुए भी कंपनी सालों से यह प्रोडक्ट बेच रही है। रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के इंटरनल डॉक्यूमेंट्स का हवाला भी दिया है।
ज्ञात हो कि रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के कई डॉक्यूमेंट्स का अध्ययन किया गया है। 1971 से 2000 तक जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर की टेस्टिंग में कई बार एस्बेस्टस होने की बात सामने आई थी। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंपनी ने कॉस्मेटिक टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस की मात्रा को लिमिट न करने के लिए कंपनी पर दवाब बनाया। यहां तक कि अगर जिन लोगों ने एस्बेस्टस की मात्रा को लिमिटेड रखने की कोशिश की उन पर दवाब डाला गया और उन्हें रोका गया कि वह मात्रा को कम न करें।
इसका सीधा मतलब कंपनी को बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन की कोई परवाह नहीं है। कंपनी ने अमेरिकी रेगुलेटर्स पर दबाव बनाया और प्रोडक्ट को लगातार मार्केट में बेचते रहे। रॉयटर्स की रिपोर्ट सामने आने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने इस रिपोर्ट को गलत ठहरा दिया। जॉनसन एंड जॉनसन ने इस रिपोर्ट को गलत बताते हुए कहा कि रॉयटर्स का आर्टिकल एकतरफा और झूठा है। कंपनी का बेबी पाउडर सुरक्षित और एस्बेस्टस फ्री है।
जबकि कंपनी के अनुसार खुद कंपनी, रेगुलेटर्स, इंडिपेंडेंट लैब्स और शैक्षणिक संस्थानों की तरफ से कराए गए हजारों टेस्ट में से किसी में भी यह बात सामने नहीं आई कि कंपनी के पाउडर में एस्बेस्टस है। ऐसे में रिपोर्ट झूठी साबित होती है। वहीं रिपोर्ट के बाद शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार में जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के स्टॉक में 10 प्रतिशत की गिरावट आ गई। सीएनएन ने इसे 2002 के बाद कंपनी के शेयर्स में सबसे बड़ी गिरावट बताया क्योंकि 19 जुलाई 2002 को कंपनी के शेयर्स में 16 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।