हिमा दास साल 2018 की सबसे बड़ी उपलब्धि असम की रहने वाली 18 साल की युवा धाविका हिमा दास के नाम रही। ‘ढिंग एक्सप्रेस’ के नाम से विख्यात हिमा दास ने फिनलैंड के ताम्पेरे में आयोजित आईएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की 400 मीटर फर्राटा दौड़ 51.46 सेकेंड में पूरी करके स्वर्ण पदक अपने नाम किया और इतिहास रच दिया। वह वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में की ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा में ये कारनामा करने वाली पहली भारतीय बनी थीं।
एमसी मैरीकॉम मैग्नीफिशेंट मैरी के नाम से विख्यात 35 वर्षीय भारतीय महिला बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने नई दिल्ली में आयोजित विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में युक्रेन की मुक्केबाज हना ओखोटा को 5-0 से मात देकर रिकॉर्ड छठवीं बार विश्वचैंपियनशिप खिताब पर कब्जा किया। फाइनल में मैरीकॉम ने 13 साल छोटी मुक्केबाज को कोई मौका नहीं दिया और खिताबी जीत हासिल की। विश्व चैंपियनशिप में छठवीं बार गोल्ड मेडल जीतकर मेरीकॉम ने क्यूबा के महान मुक्केबाज फेलिक्स सेवोन की बराबरी की। उन्होंने पुरुष वर्ग में 6 विश्व चैम्पियनशिप खिताब पर कब्जा किया था। मेरीकॉम ने इससे पहले साल 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 में विश्व चैंपियनशिप गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था। छठवां खिताब उन्होंने आठ साल लंबे अंतराल के बाद जीता।
विनेश फोगाट विनेश फोगाट ने जकार्ता-पालेमबांग में आयोजित एशियाई खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। विनेश ने महिला वर्ग के 50 क्रिग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जापानी पहलवान को मात देकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। इसके साथ ही वह एशियाई खेलों में कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं।
पीवी सिंधू: भारत की 23 वर्षीय स्टार शटलर पीवी सिंधू ने साल 2018 में अपने खिताबी सूखे को चीन में आयोजित बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स का महिला एकल खिताब जीतने के साथ की। उन्होंने फाइनल मुकाबले में जापान की निजोमी ओकुहारा को 21-19, 21-17 से मात देकर इतिहास रचा। वह बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। उनसे पहले और कोई भारतीय ये कारनामा नहीं कर सका था। इसी के साथ ही सिंधू का रियो ओलंपिक के फाइनल में शुरू हुआ बड़ी स्पर्धाओं में सिल्वर मेडल जीतने का सिलसिला भी खत्म हो गया।
हरमनप्रीत कौर भारत की स्टार महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर ने वेस्टइंडीज में आयोजित महिला टी-20 विश्वकप के पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ धमाकेदार बल्लेबाजी कर इतिहास रच दिया। वह टी-20 विश्वकप में शतक जड़ने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं। अब तक पुरुषों के टी-20 विश्वकप में कोई भारतीय बल्लेबाज ऐसा नहीं कर सका है। हरमनप्रीत ने कीवी महिला टीम के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 51 गेंद में 103 रन की पारी खेली। हरमनप्रीत ने अपनी इस पारी में 7 चौके और 8 गगनचुंबी छक्के जड़े।