नागराकाटा! चेंगमारी चाय बागान मंगलवार को बंद हो गया. मंगलवार शाम को मालिकपक्ष के वर्क सस्पेंशन के नोटिस से यहां के लगभग 6 हजार स्थायी व अस्थायी श्रमिक बेरोजगार हो गये. कारण के तौर पर पिछले सप्ताह श्रमिक पक्ष व प्रबंधन के बीच विवाद को दर्शाया गया है.
अशांति व असुरक्षा की बात कहकर बागान प्रबंधक चेंगमारी छोड़कर चले गये. श्रमिक संगठनों की ओर से बागान बंद कर देने के फैसले की कड़ी आलोचना की गयी है. मालबाजार एसडीओ सियाद एन ने बताया कि उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया है. मालिक पक्ष से बातचीत कर बागान खोलने की व्यवस्था की जा रही है. उल्लेखनीय है की यह बागान एशिया में दूसरा सबसे बड़ा चाय बागान है. इस पर लगभग 20 हजार लोग निर्भर हैं. कैरन व धरनीपुर जैसे दो बंद चाय बागानों के श्रमिकों के रोजगार का भी यह बागान एकमात्र जरिया है. इसके साथ लाल झमेला बस्ती निवासी भी इसी बागान पर निर्भर करते हैं.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह के मंगलवार को बागान के फैक्टरी श्रमिकों को रविवार को काम करने व सोमवार को छुट्टी लेने की बात पर भारी विवाद हुआ था. झड़प में हुए पथराव से बागान के तीन संचालक जख्मी हुए थे. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप व मैनेजर द्वारा पुरानी प्रथा जारी रखने की लिखित जानकारी से परिस्थिति शांत हुई. बुधवार को मालिकपक्ष ने शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने के आरोप में नागराकाटा थाने में एफआईआर दर्ज करवायी.