लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हाल-फिलहाल छापेमारियों का दौर बखूबी जारी है अभी दो दिन पहले प्रदेश में कई कारोबारियों के ठिकानों और कार्यस्थलों पर ईडी द्वारा छापेमारी की गई थी। वहीं अब आज सीबीआई द्वारा प्रदेश में तैनात एक बेहद ही चर्चित वरिष्ठ आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित आवास पर छापेमारी की कारवाई की गई। माना जा रहा है कि छापेमारी की ये कारवाई वर्ष 2012 में हमीरपुर में हुये खनन घोटाले के मामले में की गई है।
वहीं अगर सूत्रों की मानें तो सीबीआई अधिकारियों ने बी चंद्रकला के लखनऊ में योजना भवन के समीप स्थित सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101 में छापा मारा। इसके साथ ही हमीरपुर, जलौन, बुलंदशहर आदि कई जगहों पर भी अलग-अलग टीमें छापेमारी किये जाने की खबर है। बताया जाता है कि सीबीआई ने इस दौरान बी. चन्द्रकला के घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।
ज्ञात हो कि अखिलेश यादव की सरकार में बी. चन्द्रकला की हमीरपुर में जिलाधिकारी के पद पर तैनाती की गयी थी। इसके साथ ही ये भी आरोप है कि तत्कालीन जिलाधिकारी ने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था लेकिन उन्होंने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी।
जिस पर वर्ष 2015 में अवैध रूप से जारी मौरंग खनन को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई थी। वहीं 16 अक्टूबर 2015 को न्यायालय ने हमीरपुर में जारी सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद्द कर दिए थे। अब सीबीआई इसी खनन घोटाले मामले में बी चंद्रकला का घर खंगाल रही है। वर्ष 2008 बैच की आईएएस सुश्री बी. चंद्रकला इसी वर्ष मई में अपने मूल कॉडर यानी उत्तर प्रदेश लौटी हैं।