अगर अध्ययनों पर गौर करें तो उनके मुताबिक कुछ मात्रा में वाइन पीने से दिमाग से विषाक्त चीजों को निकालने में मदद मिलती है और अलजाइमर के मरीजों के लिए भी यह फायदेमंद है।
कई अध्ययन यह बता चुके हैं कि अधिक मात्रा में शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है। हालांकि कई अध्ययनों ने यह भी बताया है कि कम मात्रा में शराब पीने से हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है साथ में यह कैंसर के खतरे को भी कम करता है।
अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर की मैकेन नेडरगार्ड ने बताया कि लंबे समय तक अधिक मात्रा में शराब पीने से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर विपरीत असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि हालांकि इस अध्ययन में हमने पहली बार बताया है कि कम मात्रा में शराब पीना दिमाग की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह दिमाग के अनावश्यक जानकारियां हटाने की क्षमता को सुधारता है।
यह अध्ययन जर्नल साइंटिफिक रिपोटर्स में प्रकाशित हुआ है। यह ग्लिम्फैटिक सिस्टम पर फोकस करता है जो दिमाग से अनावश्यक जानकारी निकालने की प्रक्रिया है। यह अध्ययन चूहे पर किया गया था जिसमें शराब के तीव्र और दीर्घकालिक प्रभाव देखे गए थे।