नई दिल्ली। पिछली बार किरकिरी झेल चुकी मोदी सरकार ने इस बार किया बखूबी भूल सुधार और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दी पहली कतार। दरअसल इस बार राहुल गांधी गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान न सिर्फ पहली कतार में बैठे नजर आए बल्कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ बैठ गुफ्तगू करते भी देखे गए। जबकि पिछले साल गणंतत्र दिवस के मौके पर राहुल गांधी की सीट को लेकर विवाद हो गया था। उन्हें काफी पीछे की कतार में सीट दी गई थी।
गौरतलब है कि इस साल गांधी को जहां अगली पंक्ति की सीट दी गई, वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को दूसरी पंक्ति की सीट मिली। पिछले साल इन दोनों नेताओं को छठी पंक्ति की सीट दी गई थी। पिछले साल सोनिया गांधी की जगह राहुल गांधी कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त हुए थे। इस साल जिस पंक्ति में राहुल गांधी बैठे थे उसी में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी अपनी पत्नी के बैठे थे। इस दौरान गडकरी और राहुल कई बार आपस में बात करते भी नजर आए. दोनों के पास बैठने से राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें चल रही हैं।
ज्ञात हो कि गडकरी ने हाल के दिनों में कई ऐसे बयान दिए हैं जो बीजेपी आलाकमान की लाइन के अनुसार नहीं थे। हालांकि इसके बाद उन्हें सफाई भी देनी पड़ी। पिछले महीने उन्होंने जवाहर लाल नेहरू की तारीफ भी की थी. इससे पहले उन्होंने इंदिरा गांधी को महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बताया था। राहुल गांधी की सीट को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर तुच्छ राजनीति करने और परंपरा को खत्म करने का आरोप लगाया था।
वहीं जबकि कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष हमेशा ही गणतंत्र दिवस परेड समारोह में राजपथ पर अगली पंक्ति में बैठते हैं। इसके साथ ही आज राहुल गांधी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी देशवासियों को बधाई दी। कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी ट्विटर पर लोगों को गणतंत्र दिवस की बधाइयां दी।