हैमिल्टन। न्यूजीलैंड ने चौथे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवार को यहां अपने तेज गेंदबाजों ट्रेंट बोल्ट और कोलिन डि ग्रैंडहोम की तूफानी गेंदबाजी की बदौलत भारत को आठ विकेट से बेहद ही करारी शिकस्त देकर पांच मैचों की श्रृंखला में पहली जीत दर्ज की। हालांकि इस हार के बावजूद भारत ने श्रृंखला में 3-1 की बढ़त बना रखी है।
इस मैच में अपनी गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजी को धराशायी करने वाले गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट मैन ऑफ द मैच बने बोल्ट ने लगातार 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए महज 21 रन देकर पांच विकेट झटके। जबकि वहीं ग्रैंडहोम ने 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए जिससे भारतीय टीम 30.5 ओवर में 92 रन पर ढेर हो गई जो टीम इंडिया का सातवां सबसे कम स्कोर है।
जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने 14.4 ओवर में दो विकेट पर 93 रन बनाकर बेहद आसान जीत दर्ज की। सलामी बल्लेबाज हेनरी निकोल्स (नाबाद 30) और रोस टेलर (नाबाद 37) ने तीसरे विकेट के लिए 54 रन की अटूट साझेदारी की। टेलर ने 25 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और तीन छक्के मारे।
एक तरह से भारत के लिए ये एक बेहद ही बड़ी हार है क्योंकि न्यूजीलैंड ने 212 गेंद शेष रहते जीत दर्ज की । इससे पहले अगस्त 2010 में दाम्बुला में भारत को श्रीलंका ने 209 गेंद शेष रहते हराया था। गेंद शेष रहने के लिहाज से न्यूजीलैंड ने अपनी पांचवीं सबसे बड़ी जीत की बराबरी की।
इस मैच में सबसे शर्मनाक और गंभर बात ये रही कि भारत का कोई बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को नहीं छू पाया। दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे युजवेंद्र चहल ने सर्वाधिक नाबाद 18 रन बनाए। उनके अलावा हार्दिक पंड्या (16), कुलदीप यादव (15) और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (13) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए।
वहीं जबकि पदार्पण कर रहे युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने नौ रन बनाए। एकदिवसीय अंतरराष्टूीय क्रिकेट में भारत का न्यूनतम स्कोर 54 रन है जो उसने शारजाह में 2000 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। यह न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का दूसरा सबसे कम स्कोर है। इससे पहले भारतीय टीम ने दाम्बुला में न्यूजीलैंड के खिलाफ 88 रन बनाए थे। श्रृंखला का पांचवां और अंतिम मैच तीन फरवरी को वेलिंगटन में खेला जाएगा।
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