लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा आज पेश किए बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री व्यंग्यात्मक लहजे में उन्होंने कहा कि जैसी जिसकी समझ, वैसा उसका बजट। साथ ही कहा कि प्रदेश सरकार का बजट तो चुनावी भी नहीं निकला। यह सभी वर्गों के साथ धोखा है।
अखिलेश यादव ने आज विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह प्रदेश सरकार का तीसरा बजट था, अब केवल दो बजट ही आने हैं। इस तरह देखा जाए तो सरकार का 60 फीसदी कार्यकाल इसी बजट के साथ खत्म हो जाएगा। तीसरे बजट में भी सरकार ने बहुत निराश किया।
उन्होंने कहा कि इसमें किसानों, व्यापारियों, नौजवानों व बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं है। स्वास्थ्य, शिक्षा व सुरक्षा की भी अनदेखी की गई है। गन्ना किसान तो खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सूरज को भी धोखा दे दिया। इन्वेस्टर्स समिट में सबसे ज्यादा एमओयू सोलर इनर्जी के लिए किए गए थे लेकिन बजट में उसके लिए कोई प्रावधान नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस बजट में स्मार्ट सिटी के लिए जहां दो हजार करोड़ रुपये दिए गए हैं वहीं शहरों की मलिन बस्तियों के लिए 426 करोड़ रुपये ही दिए गए हैं। बजट में गौ माता का जिक्र बजट में कई जगह किया गया है लेकिन सच्चाई यह है कि गाय के लिए एक गांव को केवल 46 हजार रुपये मिले हैं। क्या इससे गौ सेवा हो जाएगी?
मेट्रो की घोषणाओं का मजाक उड़ाते हुए कहा कि उन्हें तो केवल गोरखपुर में मेट्रो के चलने का इंतजार है? एक्सप्रेस-वे के लिए जो बजट दिया गया है उससे तो घास भी नहीं कट पाएगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का हाल सबके सामने है। दो साल में सरकार कितना काम करा पाई है। कानून-व्यवस्था का भी यही हाल है। पुलिस भवन का काम अब तक पूरा नहीं हुआ। यूपी 100 में नई गाड़ियां भी मंगाई जा सकीं।