नई दिल्ली। आज की सुबह यहां के करोलबाग स्थित होटल अर्पित पैलेस में ठहरे कई लोगों के लिए काल बनकर आई। दरअसल इस होटल में लगी भीषण आग मे जहां तकरीबन डेढ़ दर्जन से लोगों की दर्दनाक मौत हो गई वहीं काफी संख्या में लोग झुलसे और जख्मी भी हो गए। जिनको अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक जब मंगलवार सुबह लोग गहरी नीद में सो रहे थे तभी अचानक आग की लपटो ने पूरे होटल को चपेट में लेना शुरू किया। आग लगने के बाद होटल के आसपास अफरा-तफरी मच गई। वहीं कई लोगों ने होटल की खिड़कियों से लोगों को छलांग लगाते देखा। जिस पर तकरीबन 35 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया। दिल्ली पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया है। इस पाँच मंज़िला होटल में 40 कमरे हैं।
बताया जाता है कि जहां होटल में फायर इमर्जेंसी के हिसाब से भारी लापरवाही बरती गई थी। फ़ायर इमर्जेंसी एक्जिट रूट न होने से समस्या ने भयावह रूप लिया। माना जा रहा है कि यदि फायर ब्रिगेड की हाइड्रोलिक सीढ़ियाँ समय पर खुलती तो हादसा कम वीभत्स होता। वहीं कहा जा रहा है कि फ़ायर ब्रिगेड के पास भी पर्याप्त इंतज़ाम नहीं हैं। ब्रिगेड की हाइड्रोलिक सीढ़ियां भी समय पर नहीं खुल पाई। आग सुबह चार बजे के क़रीब लगी।
जबकि दिल्ली होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बालन मणि ने बताया कि यह घटना डक्टिंग में आग लगने के कारण हुई। जिसके कारण यह आग होटल के अन्य कमरों में फैल गया। यहां सभी मानदंडों का पालन किया गया था। निरीक्षण के बाद ही लाइसेंस जारी किया जाता है। दुर्घटना कहीं भी हो सकती है।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है और मरने वाले लोगों के परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने बताया है कि उनकी सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में जो कार्यक्रम रखा गया था जिसको रद्द कर दिया गया है।
इसके साथ ही दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट ने आग की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। जैन ने लापरवाही का दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ “कड़ी कार्रवाई” का वादा किया।उन्होंने कहा, “सत्रह लोग मारे गए हैं और दो अन्य घायल हुए हैं। ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई।”