लखनऊ। हाल ही में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले और मौजूदा हालातों को देखते जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने रविवार को अयोध्या कूच व मंदिर शिलान्यास करने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। यह जानकारी शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य व यात्रा के संयोजक अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने दी है। अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी स्वामी जी की बात हुई। जिसमें उन्होंने भी देश हित में निर्णय वापस लेने का अनुरोध किया था।
इसके साथ ही अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि शंकराचार्य से स्वास्थ्य ठीक न होने का हवाला देकर यात्रा स्थगित करने या स्वरूप में बदलाव करने की प्रार्थना की जा रही थी। लेकिन तैयार नहीं हो रहे थे। लेकिन सुबह जब उनके प्रमुख शिष्य और सहयोगी स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज, ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद, डॉक्टर श्रीप्रकाश मिश्र ने पुलवामा घटना और उसके बाद देश की परिस्थितियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। तब उन्होंने यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया है।
शंकराचार्य स्वरूपानंद ने कहा कि हम राष्ट्र को संदेश देते हैं कि यह समय एकजुट होकर आतंकवादियों और उनके पीछे खड़े लोगों के विरुद्ध अपनी दृढ़ता का परिचय देने का है। हमें यह संभावना दिखती है कि हमारे रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास के कार्यक्रम से पूरे राष्ट्र का ध्यान भटक सकता है। हम नहीं चाहेंगे कि हमारा कोई भी कार्यक्रम राष्ट्र हित में व्यवधान डाले। जो लोग हमारे इस अभियान के लिए अपने घरों से निकल चुके हैं और प्रयाग आदि स्थानों पर पहुंच चुके हैं। उनको निर्देश है कि वह संगम स्नान करके संभव हो तो अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन कर घरों को वापस चले जाएं।
प्रयाग, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर और अयोध्या के उन लोगों के लिए भी हम अपना आशीर्वाद कह रहे हैं जो उन स्थानों में हमारे सहित हजारों लोगों के रहने खाने और समाधि का प्रबंध किया था। बता दें कि शंकराचार्य ने शनिवार को डॉक्टरों की सलाह के बावजूद बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के आईसीयू से खुद डिस्चार्च करा लिया था और केदार घाट स्थित श्रीविद्यामठ चले आए थे। रात में शिष्यों के साथ बैठक कर रामाग्रह यात्रा शुरू करने का एलान किया था। रविवार की सुबह दोपहर बाद प्रयागराज रवाना होने वाले थे।