लखनऊ। हाल ही में जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले के दौरान उत्तर प्रदेश जनपद देवरिया में गांव छपिया जयदेव के शहीद हुए विजय के घर आज प्रख्यात सूफी गायक कैलाश खेर पहुंचे। उन्होंने शहीद के पिता, पत्नी व परिवार वालों से मिलकर बात की। पत्नी विजयलक्ष्मी को ढाढ़स बंधाते हुए बच्ची को अच्छी परवरिश देने की सीख दी। वे बोले ‘गई- गई को जान दे, रई-रई को थाम’। इसके साथ उन्होंने विजयलक्ष्मी को पांच लाख व शहीद के पिता रमायन को पांच लाख को चेक दिया।
गौरतलब है कि सूफी गायक कैलाश खेर शनिवार को देवरिया महोत्सव में भाग लेने के लिए आए थे। उन्हें शनिवार को ही शहीद के गांव जाना था, लेकिन वहां की स्थिति देख नहीं गए। उन्होंने महोत्सव में अपना कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया। खेर ने रविवार को शहीद के घर पहुंच शहीद के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के बाद वे पास बैठे शहीद के पिता, पत्नी व घर वालों के पास गए। उनके बीच में बैठकर उन्होंने परिवारों को ढाढ़स बंधाया।
इसके साथ ही खेर ने विजयलक्ष्मी से बात करते हुए कहा कि अब आप के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है विजयलक्ष्मी। आप का नाम ही विजयलक्ष्मी है। और पैसा तो देखिए आनी- जानी है, लेकिन आपने जो कमा लिया, उसका तो कोई मोल ही नहीं है। बस इसकों अब गई- गई को जान दे, रई- रई को थाम। बच्चे को बहुत अच्छी तरह से पोषित करना। इसको संस्कार भी देना है। अच्छी एजुकेशन देना है। इसके बाद उन्होंने पत्नी विजयलक्ष्मी व पिता रमायन मौर्य को पांच- पांच लाख चेक दिया।