लखनऊ! यूपी से चुनाव लड़ने वाले सांसद और विधायकों में से 60 फीसदी करोड़पति हैं। बीते 15 बरसों पर नजर डालें तो बार-बार चुने जाने वाले 31 विधायकों की सम्पत्ति में औसतन 523 फीसदी और 5 सांसदों की सम्पत्ति में 13.8 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है। इनमें मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी की संपत्ति 21 करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ी है। वहीं 38 फीसदी सांसद व विधायक दागी हैं।
इलेक्शन वॉच व एडीआर ने शुक्रवार को 2004 से 2019 के बीच विधायकों और सांसदों के आपराधिक और वित्तीय विवरण के आधार पर तुलनात्मक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट जारी करते हुए इलेक्शन वॉच के संयोजक संजय सिंह ने कहा कि यह आंकड़ा बताता है कि चुनाव में पैसे का इस्तेमाल बढ़ रहा है। वर्ष 2004 से 19971 उम्मीदवारों की समीक्षा में पाया गया है कि 20 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार ही खड़े हुए लेकिन चुनाव जीतने वाले 1443 में से 864 सांसद व विधायक यानी 60 फीसदी करोड़पति हैं।
यदि दलवार देखें तो भाजपा 73 फीसदी, सपा व कांग्रेस 58-58 फीसदी, बसपा 43 फीसदी और रालोद के 64 फीसदी माननीय करोड़पति हैं। यदि उम्मीदवारों की बात करें तो इन चुनावों में17 फीसदी उम्मीदवार ही दागी रहे लेकिन चुने गए सांसद व विधायकों में यह आंकड़ा बढ़ जाता है और 38 फीसदी दागी लोकसभा व विधानसभा में पहुंचे। इस दौरान 1443 में से 546 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं और इसमें से 328 यानी 23 फीसदी मामले गंभीर अपराधों के हैं। दलवार बात करें तो सपा से 43 फीसदी, भाजपा से 37, बसपा से 34 , कांग्रेस 35 और रालोद से 21 फीसदी दागी सांसद व विधायक सदन में पहुंचे हैं।