अहमदनगर! गढ़चिरौली में नक्सलियों के हमले में 16 जवानों की शहादत के बाद समाजसेवी अन्ना हजारे ने बड़ा बयान दिया है. अन्ना हजारे ने कहा कि अगर सरकार इजाजत दे तो वह सरकार और नक्सलियों के बीच मध्यस्थता करवाने के लिए तैयार हैं. नक्सल समस्या को हल करने की दिशा में बोलते हुए अन्ना ने कहा कि हर किसी को समस्याएं होती हैं लेकिन समस्याओं को सुलझाने का तरीका सही होना चाहिए. उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान ब्लास्ट, गोलीबारी या मासूम लोगों की जान लेने से नहीं होगा. हर समस्या का समाधान बंदूक नहीं होती. इससे उलट समस्या और जटिल हो जाएगी.
अन्ना ने कहा, इतिहास गवाह है कि बातचीत से तलवार भी म्यान बन जाती है. इस परंपरा को भूलना नहीं चाहिए. हमें समस्या को मानवीय ऐंगल से देखना चाहिए. अगर दोनों पक्ष तैयार हों तो हम नक्सलवाद के मुद्दे पर हस्तक्षेप करने के लिए तैयार हैं. मेरे पास बड़ी ताकत नहीं, मैं फकीर हूं.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा को लेकर अन्ना हजारे ने कहा कि वे ऐसा सुनकर बहुत दु:खी हुए हैं. अन्ना हजारे ने कहा, अरविंद मुझे देश के लिए उज्ज्वल भविष्य की राह पर चलने वाला इंसान दिखाई देता था लेकिन मेरा सपना ही टूट गया. देश बदलने का मौका था जो चला गया, अब मुश्किल है. आज मुझे देश में एक भी व्यक्ति दिखाई नहीं देता जो देश का भविष्य बना सकता है. त्याग करेगा, चरित्र बना सकेगा, ऐसा इंसान देश में नहीं है.