नई दिल्ली! लोकसभा चुनाव की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है, इस चुनाव में सबसे बुरी खबर कांग्रेस के लिए हैं. केंद्र की सत्ता में आने का सपना देख रही कांग्रेस 17 राज्यों में अपना खाता भी नहीं खोल सकी है. सबसे बड़ी बात यह है कि जिन राज्यों में कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, उन्हीं राज्यों ने गच्चा दे दिया है. सबसे ज्यादा उम्मीदें कांग्रेस को राजस्थान से थी, क्योंकि अभी चार माह पहले हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन कर राज्य में सरकार बनाई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सबकों चौंका दिया. यहां तक अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को भी हार का सामना करना पड़ा है.
गुजरात राज्य में भी कांग्रेस दोबारा से खाता खोलने में नाकाम साबित हुई. पार्टी की चुनावी दुर्गति का आलम यह रहा है कि 17 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया है. यें हैं वो राज्य जहां कांग्रेस नहीं खोल सकी अपना खाता आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, चंडीगढ़, दादरा नगर हवेली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, लक्षद्वीप, मणिपुर, दिल्ली, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तराखंड