विधानसभा में समाजवादी पार्टी ने अपने अध्यक्ष अखिलेश यादव की जान को खतरा बताते हुए हंगामा किया। पार्टी सदस्य नारेबाजी करते वेल में आ गये। इस कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका।
सोमवार को जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई विपक्ष के नेता
रामगोविंद चौधरी ने अखिलेश की सुरक्षा के मुद्दे को उठाया लेकिन जब
विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने इस पर विचार करने से इंकार कर
दिया तो सपा सदस्य सदन में हंगामा करने लगे और प्रश्न काल को बाधित करने
लगे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिये स्थगित
कर दी।
जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो चौधरी ने अखिलेश की सुरक्षा का
मुद्दा फिर उठाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दौरान सदन में मौजूद रहे।
विपक्ष के नेता को जवाब देते हुये संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव को जेड प्लस सुरक्षा मिली है जिसके तहत 182 सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। जिसमें एक अपर पुलिस अधीक्षक स्तर का अधिकारी, एक पुलिस उपाधीक्षक स्तर का अधिकारी, छह इंस्पेक्टर, 16 सब इंस्पेक्टर के अलावा अन्य पुलिस कर्मी तैनात है। इसके अलावा कोबरा कमांडो जवान भी उनकी सुरक्षा में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि सामान्यत: जेड प्लस सुरक्षा में 56 सुरक्षाकर्मी होते है लेकिन अखिलेश की सुरक्षा में 182 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
अखिलेश यादव ने हाल में दावा किया था कि उन्हें भाजपा के एक नेता की ओर से धमकी भरा फोन और मैसेज आया था।
यादव शनिवार को कन्नौज जिले में सपा के महिला सम्मेलन में पहुंचे थे। जब
वह सभा को सम्बोधित कर रहे थे तभी जनता के बीच से गोविन्द शुक्ला नाम के
युवक ने अखिलेश से बेरोजगारी पर सवाल किया। इस पर अखिलेश ने उससे पूछा कि
तुम किसके आदमी हो? भाजपा के तो नहीं हो? इतना कहने पर शुक्ला ने जय श्री
राम का नारा लगाया। तब सपा के कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई करना शुरू कर दी।