नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर और अर्थशास्त्री रघुराम राजन को अंतर्रााष्ट्रीय मुद्राकोष के बाहरी सलाहकार समूह का सदस्य बनाया गया है. इस समूह का गठन कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे विपरीत प्रभाव के हालात से निपटने के लिए किया गया है.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने बताया कि रघुराम राजन और 11 अन्य अर्थशास्त्रियों को बाहरी सलाहकार समूह का सदस्य बनाया गया है. आईएमएफ के इस समूह में सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री तारमण षणमुगरत्नम, मैसचुएट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी की प्रोफेसर क्रिस्टीन फोब्र्स, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रुड, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व डिप्टी महासचिव लॉर्ड मार्क मलोक ब्राउन आदि शामिल किये गये हैं.
आईएमएफ प्रमुख को ये सलाहकार समूह कोरोना संकट से निपटने के सुझाव देगा. इसके अलावा दुनियाभर में हो रहे बदलाव और नीतिगत मुद्दों की समीक्षा करते हुए अपनी राय बताएगा. आईएमएफ की प्रमुख जॉर्जीवा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण सामने आई चुनौतियों से पहले ही उसके सदस्य देश तेजी से बदलती दुनिया तथा जटिल नीतिगत मुद्दों का सामना कर रहे थे. ऐसे हालात से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि हमें आईएमएफ के अंदरूनी स्रोतों के साथ ही बाहरी स्रोतों से भी गुणवत्तायुक्त राय और विशेषज्ञता की जरूरत है. मुझे खुशी है कि इस दिशा में सेवा प्रदान करने के लिए उच्च नीतिगत अनुभव वाले लोगों से लेकर बाजार और निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ सहमत हुए हैं.