नई दिल्ली। भारत संभवतः दुनिया का एकमात्र दुनिया का ऐसा मुल्क होगा जहां कुछ लोग हमेशा ही बस मौके की तलाश में लगे रहते हैं और अपना उल्लू सीधा करने से ही उन्हे मतलब होता है मगर आप सब अच्छे से जान लीजिये कि ये वो लोग हैं कि जिनका न कोई रब होता है ओर न ही मजहब होता है। ये इंसान के भेष में छिपे वहशी दरिन्दे हैं मगर अफसोस कि हमारे ही मुल्क के बाशिन्दे हैं। ऐसा ही कुछ देश में कोरोना से फैली महामारी के बीच भी देखने में आ रहा है। दरअसल कुछ ऐसी वाहियात अफवाहों को बेवजह न सिर्फ फैलाया जा रहा है बल्कि इसकी वजह से लोगों को बखूबी भड़काया भी जा रहा है। जिससे हम सभी को सावधान रहना बहुत ही जरूरी है।
गौरतलब है कि देश कोरोना वायरस के खिलाफ जंग तो लड़ ही रहा, मगर सोशल मीडिया पर भी झूठ और अफवाहों के खिलाफ लड़ना पड़ रहा है। हर दिन कोरोना वायरस को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर अब दावा ये किया जा रहा है कि एक खास समुदाय के लोगों को कोरोना के बहाने जबरन क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। मगर क्या यह दावा सही है? चलिए जानते हैं। ज्ञात हो कि जब तब सोशल मीडिया पर कई ऐसे पोस्ट्स तैर रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है ‘ एक समुदाय के लोगों को कोविड-19 के बहाने जबरन क्वारंटाइन सेंटर में ले जाया जा रहा है जो वास्तव में एक डिटेंशन केंद्र है।’ यह दावा काफी वायरल हो रहा है और लोग बिना तथ्यों की जांच किए इसे शेयर कर रहे हैं।
जबकि सच मानिये इन बातों में रत्ती भर भी सच्चाई नही है और इन अफवाहों पर गौर करने में किसी की भी भलाई नही है। क्योंकि हकीकत यह है कि यह दावा पूरी तरह से गलत, निराधार और बकवास है। पीआईबी फैक्ट चेक ने सोशल मीडिया के इस दावे का पोस्टमार्टम किया और पाया कि यह दावा झूठा है। जबकि वास्तविकता ये है ‘केवल उन लोगों को, जिनमें कोरोना के लक्षण हैं या उनसे फैलने की संभावना है, उन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है।’ इसलिए मनगढ़त वीडियो और बातों पर विश्वास न करें।
दरअसल जहां एक तरफ देश कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ रहा है। यही वजह है कि बीते कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों में कमी देखी जा रही है। मगर कुछ असमाजिक तत्व ऐसे हैं, जो ऐसी अफवाहें फैलाकर कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को कमजोर करना चाहते हैं। वे इस महामारी में भी धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करना चाहते हैं। इसलिए आप भी कोरोना वायरस से जुड़े किसी भी पोस्ट को शेयर करने से पहले उसकी वास्तविकता की जांच जरूर कर लें। ताकि देश और इंसानियत के विरोधी ऐसे लोग किसी भी तरह अपने मंसूबों में सफल न होने पायें। या फिर कोराना के खिलाफ हमारी आपकी लड़ाई में दुश्वारी को बढ़ा पायें। इसलिये स्वस्थ एवं सुरक्षित रहें और रहें सावधान क्योंकि जान है तो ही है जहान।