नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति और इससे निपटने के उपायों पर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ 27 अप्रैल को बातचीत करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि मोदी 27 अप्रैल को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्थिति की समीक्षा करेंगे। वह सभी मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना महामारी से निपटने की भविष्य की रणनीति तय करेंगे। बैठक में महामारी के मद्देनजर देश भर में लागू पूर्णबन्दी के संबंध में भी चर्चा होगी। अभी देश भर में तीन मई तक पूर्णबन्दी लागू है। मोदी इससे पहले भी दो और 11 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर चुके हैं।
बता दें, कोरोना महामारी के चलते देश को पहली बार लॉकडाउन करने का ऐलान पीएम मोदी ने 24 मार्च को किया था और 25 मार्च से तीन हफ्ते यानि 14 अप्रैल के लिए लॉकडाउन लागू किया गया। लेकिन, लगातार कोरोना के नए आने के देखने के बाद इसे और 2 हफ्ते के लिए बढ़ाकर 3 मई तक किया गया। ऐसे में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है।
दूसरी बार लॉकडाउन 14 अप्रैल को बढ़ाने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शनिवार (11 अप्रैल) को बात की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि जान है तो जहान है। इस विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा था- ‘‘मैं 24 घंटे, सातों दिन फोन पर उपलब्ध हूं। कोई भी मुख्यमंत्री कभी भी मुझे सुझाव दे सकता है।“ प्रधानमंत्री ने कहा था ‘जान है तो जहान है। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो शुरुआत में इस पर जोर दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत जरूरी है।