कुशीनगर. उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में शुक्रवार को घायल गिद्ध मिला है. जिसके पंखों पर सी-3 का टैग लगा हुआ है और बॉडी में जीपीएस चिप फिट है. सूचना पर वन विभाग और पुलिस अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर गिद्ध को अपने कब्जे में ले लिया है. घायल गिद्ध का इलाज किया जा रहा है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गिद्ध को या तो चोट लगी है या फिर वह बीमार है. गिद्ध मिलने की सूचना मिलते ही गांव वाले उसे देखने के लिए उमड़ पड़े थे.
यह गिद्ध विलुप्त प्राय पक्षी है. देखने से ऐसा लगता है कि जैसे यह किसी शोध संस्था का है..इसलिए इसके पंखों पर अपना कोडिंग और लोकेशन ट्रेस करने के लिए चिप लगाया है. उन्होंने बताया कि विलुप्त हो रहे पशु पक्षियों के अस्तित्व को जानने के लिए टैगिंग किया जाता है. उन्होंने कहा कि इस गिद्ध की सारी जानकारी जल्दी मिल जाएगी. वन विभाग के मुताबिक गिद्धों की कौन सी प्रजाति खतरे में है, इसका लेकर एक सर्वे किया जा रहा है.
इसके लिए मैपिंग तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. ताकि इनकी संख्या और दिनचर्या का पता लगाया जा सके. इसके लिए राज्य में एक व्यापक अभियान चल रहा है. अधिकारियों का यह भी कहना है कि हो सकता है कि ये गिद्ध महराजगंज का हो. महराजगंज के फरेंदा में राज्य का पहला जटायु संरक्षण और प्रजनन केंद्र भी स्थापित किया जा रहा है.