डेस्क। देश और दुनिया जहां एक तरफ कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है और लोगों को अपनी अपनी जिन्दगी कैसे बचायें इसकी कोई राह नही सूझ रही है। ऐसे में एक ऐसा वहशी दरिन्दा भी सामने आया जिसने समूची मानवता का सिर अपने कुकर्म से है झुकवाया। हद तो ये कि जहां वो दरिन्दा रिश्ते से पिता है ओर पेशे से शिक्षक। वहीं इससे भी शर्मनाक और खौफनाक बात ये है कि पिता के इस कुकर्म में कलयुगी मां भी मददगार थी।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में 55 वर्षीय एक शिक्षक द्वारा अपनी 16 वर्षीय बेटी के साथ कथित तौर पर हाथ-पैर बांधकर बलात्कार करने का मामला सामने आया है। मुरैना जिले के पोरसा कस्बे में घटित इस घटना में इस शिक्षक की पत्नी भी कथित तौर आरोपी की मदद करती थी। पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया है।
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) अवनीश बंसल ने गुरुवार को बताया कि इस घटना की प्राथमिक जांच में तथ्य सामने आने पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक एवं उसकी पत्नी पर मामला दर्ज कर मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को पीड़िता एवं उसके आरोपी पिता दोनों की मेडिकल जांच भी करायी गयी है।
बंसल ने बताया कि घर के बाहर किसी को पता न चले, इसलिये इस दंपति ने पीड़ित बेटी को घर में ही कैद कर दिया था। उन्होंने कहा कि परेशान किशोरी ने अपनी विवाहिता बड़ी बहन को इस बारे में सोमवार को बताया, जिसके बाद बड़ी बहन ने इसकी शिकायत चाइल्ड हेल्पलाइन पर की। वहां से आये सदस्यों ने किशोरी को मंगलवार को कैद से छुड़ाकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने पति-पत्नी को हिरासत में लेकर गंभीर पूछताछ कर गिरफ्तार किया।
बंसल ने बताया कि पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसका शिक्षक पिता उससे दो बार 26 मार्च एवं 10 अप्रैल को दुष्कर्म कर चुका है और दुष्कर्म करने से पहले उसके हाथ-पैर बांध दिये गए थे। शिकायत के अनुसार पीड़ित किशोरी की मां भी आरोपी की मदद करती थी और उसे घर में कैद कर रखते थे।
उन्होंने कहा कि पीड़िता ने बताया कि दुष्कर्म का विरोध करने पर आरोपी उसे नंगा कर देते थे और मारपीट करते थे उन्होंने कहा कि पीड़िता के शरीर पर काटने के निशान भी दिखाई दे रहे हैं। इस बारे में मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा, ”शिक्षक द्वारा अपनी ही पुत्री के साथ दुष्कर्म किये जाने की घटना शर्मनाक है।’ उन्होंने कहा, ”प्रशासन आरोपी पर कानूनी कार्रवाई करने में कोई ढिलाई नहीं बरतेगा। नियम के अनुसार शिक्षक को शीघ्र निलंबित किया जायेगा, क्योंकि उसने शिक्षक के पद की गरिमा के विरुद्ध कृत्य किया है।”