नयी दिल्ली. दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद के थोक बाजारों में टमाटर की कीमत तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, थोक बाजारों में टमाटर की आवक बढऩे से शुक्रवार को यह कीमत 4-10 रुपये प्रति किलोग्राम तक नीचे चली गई. राष्ट्रीय राजधानी की आजादपुर थोक मंडी में पिछले साल 22 मई को टमाटर की कीमत 14.30 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि हैदराबाद और बेंगलूरु में यह 30 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक थी.
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि टमाटर की कीमतों में गिरावट आने का मुख्य कारण, सुस्त मांग और कोविड-19 वायरस के संकट के बीच माल की अधिक आपूर्ति ना है. खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा रखे जाने वाले आंकड़ों के अनुसार आजादपुर मंडी में, मौजूदा कीमत 440 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि पिछले साल यह कीमत 1,258 रुपये प्रति क्विंटल थी. दिल्ली में टमाटर की फसल हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान से आ रही है. हैदराबाद के बोवेनपल्ली थोक बाजार में, टमाटर कीमतें शुक्रवार को लगभग पांच रुपये किलो थी, जो एक साल पहले 34 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
इसी तरह, बेंगलुरु थोक बाजार में, टमाटर की कीमतें 10 रुपये प्रति किलोग्राम हैं, साल भर पहले की समान अवधि में लगभग 30 रुपये प्रति किलोग्राम थी. खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा बाजार लिंकेज बढ़ाने के उद्देश्य से टमाटर उत्पादक क्षेत्र माने जाने वाले 52 जिलों में से 40 जिलों में टमाटर की थोक कीमत, तीन साल के इस मौसम के दौरान की कीमतों के औसत से नीचे चली गई है.
यहां तक कि बाजारों से सीधे जोडऩे के लिए पहचाने गये 12 क्लस्टरों में भी टमाटर की कीमतें तीन साल के औसत से कम हैं. भारत का वार्षिक टमाटर उत्पादन लगभग 111 लाख टन है, जो घरेलू मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, सरकार ने फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) में कुल टमाटर उत्पादन 193.28 लाख टन होने का अनुमान लगाया है.