भोपाल. मध्य प्रदेश में गुरुवार 2 जुलाई को मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार किया गया. मंत्रिमंडल में सिंधिया के समर्थकों के दबदबे से पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता उमाभारती खफा हैं. उन्होंने कहा कि इस मंत्रिमंडल विस्तार में जाति असंतुलन हो गया है.
आज हुए मंत्रीमण्डल विस्तार में सिंधिया समर्थक 12 मंत्रियों ने शपथ ली है, जिनमें 7 कैबिनेट और 5 राज्य मंत्री बनाए गए हैं. इससे पहले सिंधिया गुट के तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत अप्रैल में ही कैबिनेट मंत्री बनाया जा चुका है. वहीं कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान सिंधिया के 6 समर्थकों को मंत्री बनाया गया था, जबकि सूबे के मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिंधिया गुट को 14 लोगों को मंत्री बनाया है.
इस बीच खबर यह भी सामने आई है कि एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती शिवराज कैबिनेट के विस्तार से असंतुष्ट हैं. उन्होंने इस पूरे मामले में आगे आकार कहा है कि मंत्रिमंडल में जातीय संतुलन का ध्यान नहीं रखा गया है. इस विषय को लेकर बीजेपी नेता उमा भारती ने पार्टी नेतृत्व को एक पत्र भी लिखा है. गुरुवार को बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लखनऊ के विशेष अदालत में पेश हुईं उमा भार्त्त ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपनी नाराजगी का इजहार किया.
सूत्रों द्वारा इस बारे में बताया गया कि भारती ने बीजेपी नेतृत्व को भेजे संदेश में कहा है, मुझे मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल की जो जानकारियां मिल रहीं हैं, जिनके अनुसार प्रस्तावित मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण बिगड़ा हुआ है, जिसका मुझे दुख है. मंत्रिमंडल के गठन में मेरे सुझावों की पूर्णत: अनदेखी करना उन सबका अपमान है, जिनसे मं जुड़ी हुई हूँ, इसलिये जैसे कि मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है, उसके अनुसार सूची में संशोधन कीजिए.