भोपाल : मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने मंत्रिमडंल का विस्तार कर दिया है। शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में आज 28 नए मंत्री शामिल हुए हैं। इनमें से सिंधिया समर्थकों का दबदबा दिखा। भोपाल के राजभवन में प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। 20 लोग कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री पद की शपथ ली है। इनमें गोपाल भार्गव, विजय शाह, यशोधरा राजे सिंधिया समेत कई बड़े नेता शामिल रहे।
बता दें कि बुधवार को शिवराज चौहान ने कहा था- ‘मंथन से अमृत ही निकलता है। विष तो शिव पी जाते हैं।’ मंत्रिमंडल विस्तार से पहले शिवराज के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। सियासी गलियारों में यह भी चर्चा हो रही है कि शिवराज आज हो रहे मंत्रिमंडल विस्तार में सिंधिया समर्थकों के दबदबे से नाखुश हैं।
बताते चलें कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरने के बाद जब शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब कुछ ही मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। वहीं बता दें कि ऐसे में नई सरकार बनने के बाद ये पहला मंत्रिमंडल विस्तार है, जिसमें कांग्रेस से भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों की छाप दिखी। शपथ ग्रहण में खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे।
सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को पहले ही शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर अप्रैल में शामिल कर लिया गया है। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सदस्य हैं। इस लिहाज से अधिकतम 35 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं। शिवराज समेत कुल छह सदस्य अभी कैबिनेट में हैं।
दरअसल, कैबिनेट विस्तार कई वजहों से रुका हुआ था। एक तो बीजेपी में मंथन चल रहा था, दूसरी ओर मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की तबीयत खराब थी। इस बीच बुधवार को ही उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर अतिरिक्त कार्यभार संभाला है।