कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में अपराधियों को पकडऩे पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी, जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं. एसओ बिठूर समेत 6 पुलिसकर्मी गम्भीर रूप से घायल हो गये हैं.
बताया जा रहा है कि पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के दो साथियों को मार गिराया है. पुलिस पता कर रही है कि जो दो बदमाश मारे गये हैं वो कौन हैं. गांववालों को बदमाशों की पहचान के लिए बुलाया गया है. साथ ही पुलिस जंगलों में तलाशी अभियान चला रही है.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस का एक दल अपराधी के ठिकाने के पास पहुंचने ही वाला था. उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई, जिसमें पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कॉन्स्टेबल मारे गए. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस सी अवस्थी ने बताया कि कुख्यात अपराधी को छापेमारी की संभवत: भनक लग गई थी.
घटना की सूचना पा कर अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था), महानिरीक्षक (कानपुर) और कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए हैं. कानपुर की फॉरेंसिक टीम जाँच कर रही है, लखनऊ से भी एक टीम आएगी. डीजीपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश एसटीएफ को भी वहां भेजा गया है.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में कर्तव्यपालन के दौरान जान गंवाने वाले आठ पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर की है. प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को इस दुर्दांत घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने तथा मौके से रिपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने बताया कि विकास दुबे कानपुर का शातिर अपराधी और हिस्ट्रीशीटर है तथा उस पर 60 मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि कानपुर के ही राहुल तिवारी नाम के व्यक्ति ने इसके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था.