लखनऊ. उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में बड़े पैनामे पर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त हैं. योगी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए फर्जी शिक्षकों से 900 करोड़ रुपए की वसूली का आदेश दिया है. बता दें, प्रदेश में फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज पर नौकरी करने वाले अभी 1509 शिक्षक सामने आ गए हैं, सरकार इन फर्जी टीचरों से 900 करोड़ रुपए की वसूली की जाएगी.
बता दें, यूपी के शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का खुलासा अनामिका शुक्ला मामले के साथ हुआ. अनामिका शुक्ला के नाम पर प्रदेश के 25 विद्यालयों में नौकरी किए जाने का मामला सामने आया था. एक ही नाम और एक ही डॉक्युमेंट के जरिए 13 महीने से 25 स्कूलों में नौकरी कर फर्जीवाड़ा करने वालों ने सरकार को लगभग एक करोड़ रुपए की चपत लगाई गई. इस खुलासे के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. जांच आगे बढ़ी तो रोज नए-नए खुलासे होते रहे. इस मामले में तब नया मोड़ आ गया था, जब असली अनामिका शुक्ला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंच गई और खुद के अब तक बेरोजगार होने की जानकारी दी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी शिक्षकों के शैक्षणिक कागजातों की जांच करने के आदेश दिए हैं. सीएम ने अंगूठे के निशान के साथ हर शिक्षक के कागजात की जांच करने के आदेश दिए. मुख्यमंत्री के आदेश पर टीमें माध्यमिक, उच्च और बेसिक शिक्षा विभाग के साथ ही समाज कल्याण विभाग के विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच कर रही है. जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. एसटीएफ और शिक्षा विभाग की जांच में फर्जी दस्तावेज़ों पर नौकरी करने वाले अभी तक करीब 1509 शिक्षक सामने आ चुके हैं. सरकार ने हर एक फर्जी टीचर से वसूली करेगी