प्रयागराज (उत्तर प्रदेश). यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी अपने मोहल्ले में सौंदर्यीकरण के नाम पर भगवाकरण कराने के आरोप में घिर गए हैं. उनके मोहल्ले बहादुरगंज में रहने वाले व्यवसायी रवि गुप्ता व रिटायर्ड पशु चिकित्सक जीवन चंद ने नंदी व उनके परिजनों पर जबर्दस्ती उनके घरों पर भगवा रंग कराने का आरोप लगाया है. इसके अलावा मना करने पर गाली-गलौज और धमकी भी दी.
शिकायतकर्ता रवि गुप्ता का कहना है, नंद गोपाल नंदी सरकार में मंत्री हैं. उनकी पत्नी अभिलाषा शहर की मेयर हैं. उनके प्रेशर में पूरे इलाके को एक ही रंग में रंग दिया गया है. वहीं, जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो मंत्री के परिजनों ने गाली-गलौच की और देख लेने की धमकी भी दी. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ.
फिलहाल इस मामले में पुलिस ने मंत्री के मौसेरे भाई कमल कुमार केसरवानी और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन शिकायतकर्ताओं के घरों से रंग नहीं हटाया गया है. रवि गुप्ता द्वारा मंत्री के परिजनों द्वारा की गई बदसलूकी का वीडियो भी बनाया गया है, जिसे उन्होंने पुलिस के सामने पेश किया है.
चौक कोतवाली प्रभारी जय चंद कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है, फिलहाल पुलिस जांच कर रही है. मंत्री के परिजन और शिकायतकर्ता में पहले भी नोंक-झोंक हो चुकी है. ये मामला आपसी विवाद का लग रहा है. पुलिस सभी पहेलुओं को देखते हुए मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी. शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों का साथ दे रहे समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता संदीप यादव ने पुलिस पर मंत्री का नाम एफआईआर से हटाने का आरोप लगाया है. दिप्रिंट से बातचीत में संदीप ने कहा कि पुलिस प्रेशर में मंत्री के खिलाफ एफआईआर नहीं लिख रही, जबकि सौंदर्यीकरण का काम मंत्री के द्वारा कराया जा रहा है. वह यहां के विधायक भी हैं.
शिकायतकर्ता की तहरीर में उनका नाम भी था. लेकिन पुलिस ने उनके परिजन व अज्ञात के खिलाफ मुकदमा किया है. किसी की गिरफ्तारी भी नहीं की है. पिछले कई दिनों से यहां सौंदर्यीकरण का काम चल रहा था. लेकिन किसी को ये अंदाजा नहीं था कि पूरे मोहल्ले में हर घर को भगवा करा दिया जाएगा. संदीप के मुताबिक, 17-18 घरों में भगवा रंग से पुताई करा दी गई है.
मंत्री नंदी ने यह कहा
बढ़ते विवाद पर नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा है कि वह इलाके का सौंदर्यीकरण करा रहे थे. नंदी के मुताबिक, पूरी गली को भगवा कहना ठीक नहीं, कई अन्य रंगों का भी इस्तेमाल किया गया है. वहीं देवी-देवताओं की जो तस्वीरें दीवारों पर बनवाई गई हैं. उनमें दूसरे रंग भी हैं. लेकिन कुछ लोग सौंदर्यीकरण में भी राजनीति खोज रहे हैं. नंदी के मुताबिक, वह सौंदर्यीकरण का काम पहले भी कराते रहे हैं.