हल्दी की रस्म को हिन्दू धर्म के अंतर्गत होने वाली शादियों में काफी महत्व दिया जाता है। हल्दी की रस्म के दौरान वर-वधु के साथ-साथ घर के अन्य सदस्य भी अत्यधिक उत्सुक रहते हैं। परंतु शादी की यह रस्म आजकल घरवालों के लिए मौज-मस्ती का भी जरिया बनती जा रही है।
गौर करने की बात है कि हल्दी की रस्म में की गई एक छोटी सी भूल वर-वधु के लिए भविष्य में बड़ी परेशानी उत्पन्न कर सकती है। इसलिए हल्दी की रस्म के दौरान कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना भविष्य के लिए शुभ माना गया है। खासकर परिवार में या किसी पहचान में शादी होने वाली है तो इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। शादी में वर अथवा वधु को हल्दी रस्म के बाद उनके पहने कपड़े खास महत्व रखते हैं।
मान्यता के अनुसार हल्दी की रस्म में वर-वधु जो कपड़े पहने होते हैं, उन कपड़ों को इधर-उधर भूलकर भी नहीं फेंकना चाहिए। हल्दी की रस्म के बाद इन कपड़ों को खुद जला दें या संभव हो तो नदी में प्रवाहित कर्ट देना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार ऐसी मान्यता है कि शादी की हल्दी वाले कपड़े पर काले जादू के प्रयोग आसानी से कराया जा सकता है। इन कपड़ों पर किए गए काले जादू मौत तक पीछा नहीं छोड़ता है। इसलिए अच्छा यही होगा कि हल्दी की रस्म में वर-वधु द्वारा पहने गए कपड़ों को किसी अन्य के हाथ न जाने दें। अन्यथा हो सकता है वर-वधु का आने वाला भविष्य खतरे में पड़ जाए।