मसालों का नाम आते ही सभी के मुंह में पानी आने लगता है. शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां मसालों का प्रयोग न होता हो. मसालों का प्रयोग भोजन में किसी न किसी रूप में अवश्य किया जाता है. चाहे मसाले भोजन में कम ही डालें, उस भोजन का स्वाद अच्छा लगता है.
मसाले हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं. भोजन में मसालों का प्रयोग करने से भूख खुलकर लगती है. मसालेदार भोजन देखने में भी आकर्षक लगता है और खाने में भी अधिक मज़ा आता है.
मसालों से हमें अनेकों प्रकार के पौष्टिक तत्व मिलते हैं और उनमें अनेक प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं. कई प्रकार के मसाले ऐसे हैं जिन्हें औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है.
1. हरी मिर्च:- हरी मिर्च का प्रयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है. हरी मिर्च में हमें विटामिन ई, सी की प्राप्ति होती है. हरी मिर्च काटकर नींबू में मिलाकर खाने से मिर्च का तीखापन नहीं रहता.
लालमिर्च इतनी लाभकारी नहीं है जितनी कि हरी मिर्च.
2. धनिया:- में आयरन, कैल्शियम, विटामिन ए तथा डी पाया जाता है.
3. हल्दी:- में विटामिन ’डी‘ तथा कैल्शियम की मात्रा मिलती है.
4. जीरे:- में आयरन, विटामिन ’डी‘ तथा ’बी‘ और कैल्शियम की मात्रा मिलती है.
5. कालीमिर्च:- में कैल्शियम, आयरन तथा विटामिन ’ए‘ की प्राप्ति होती है.
6. मेथी:- सरसों, राई, इमली में आयरन तथा कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है. इसी के कारण इसमें पाचक रस ज्यादा होते हैं.
औषधि के रूप में मसाले
ब्लेड या चाकू से कटने पर हल्दी उस स्थान पर लगाने से खून निकलना बन्द हो जाएगा. अगर किसी प्रकार की अन्दरूनी चोट हो तो दूध में हल्दी डालकर पीने को दें. इससे अन्दरूनी चोट में लाभ मिलेगा और शरीर को शक्ति प्राप्त होगी.
जायफल को पानी की मदद से घिसकर बच्चों को दें. बच्चे को सर्दी से राहत मिलेगी. लौंग का तेल दर्द वाले दांत पर लगाएं तो दांत दर्द में लाभ मिलेगा. लौंग का तेल न हो तो साबुत लौंग ही दर्द वाले दांत पर रखें. दर्द से राहत मिलेगी. नींबू में कटी हरी मिर्च का प्रयोग करने से हैजे की बीमारी का डर नहीं रहता.
धनिया और सौंठ पानी में उबालकर पीने से हाजमा ठीक रहता है. धनिये के अर्क में शक्कर मिलाकर पीने से शान्ति मिलती है.
मूर्छा आने पर सौंठ व कालीमिर्च सुंघाने से मूर्च्छा दूर होती है. पिसी हुई सौंठ हल्दी, दूध में मिलाकर पीने से जोड़ों के दर्द में लाभ मिलता है. सौंठ को ठण्डे पानी में घिसकर सिर पर लगाने से सिर दर्द में राहत मिलती है. सौंठ फांकने से वायु के रोगों में राहत मिलती है. सौंठ को शहद में मिलाकर खाने से खांसी में राहत मिलती है.
नमक के द्वारा ही हमारे शरीर में खून बनता है. मधुमक्खी या बिच्छू के काटने पर उस स्थान को गुनगुने पानी में नमक डालकर उस स्थान पर डालें. थकान होने पर गुनगुने पानी में नमक डालकर उसमें पैर रखें. थकान दूर हो जायेगी.
दही में नमक व तेल मिलाकर लगाने से त्वचा का रूखापन दूर हो जाएगा. गले की खराश हो तो गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करें.