नई दिल्ली. नीति आयोग ने प्रतिस्पर्धात्मकता संस्थान की साझीदारी में आज निर्यात तैयारी सूचकांक 2020 पर रिपोर्ट जारी की जिसका उद्देश्य राज्यों की निर्यात तैयारी और निष्पादन की जांच करने के लिए चुनौतियों और अवसरों की पहचान करना, सरकारी नीतियों की प्रभावोत्पादकता को बढ़ाना और एक सुविधाजनक नियामकीय संरचना को प्रोत्साहित करना है.
इस रिपोर्ट को जारी करते हुये नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में विश्व स्तर पर एक मजबूत निर्यातक बनने की असीम क्षमता है. इस क्षमता का उपयोग करने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि भारत अपने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर मुड़े और उन्हें देश के निर्यात प्रयासों में सक्रिय सहभागी बनाये. इस विजन को प्राप्त करने की एक कोशिश में, निर्यात तैयारी सूचकांक 2020 राज्यों की संभावनाओं एवं क्षमताओं का मूल्यांकन करता है. ऐसी उम्मीद की जाती है कि यह सूचकांक सभी हितधारकों को राष्ट्रीय एवं उप-राष्ट्रीय दोनों ही स्तरों पर निर्यात परितंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए दिशा निर्देशित करेंगे.
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि निर्यात तैयारी सूचकांक उप-राष्ट्रीय स्तर पर निर्यात संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण प्रमुख क्षेत्रों की पहचान के लिए एक डेटा केंद्रित प्रयास है. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का उन महत्वपूर्ण मानदंडों पर आकलन किया गया है जो टिकाऊ निर्यात वृद्धि अर्जित करने के लिए किसी भी पारंपरिक आर्थिक इकाई के लिए निर्णायक हैं. यह सूचकांक निर्यात संवर्धन के संबंध में क्षेत्रीय निष्पादन के मानदंड के लिए राज्य सरकारों के लिए एक सहायक मार्गदर्शिका होगी.