प्रकाश झा निर्देशित और बॉबी देओल की मुख्य भूमिका वाली वेब सिरीज आश्रम एक ऐसे ही बाबा की कहानी है, जो धर्म और सेवा की आड़ में लोगों का शोषण करता है. और इस सफाई से करता है कि शोषित होने वाले ज्यादातर लोग खुद को धन्य मानते हैं.
कहानी- एक नीची जाति की लड़की परमजीत उर्फ पम्मी (अदिति पोहनकर) पहलवान बन कर देश के लिए मेडल जीतना चाहती है, लेकिन बड़ी जाति के लोग षडयंत्र कर उसे एक मुकाबले में पराजित करवा देते हैं. पम्मी का भाई सत्ती घोड़ी पर चढ़ कर बारात में जाना चाहता है, पर घर-परिवार के बड़े-बूढ़े उसे ऐसा करने से रोकते हैं, क्योंकि बारात का रास्ता ‘बड़े मोहल्ले’ से होकर गुजरता है. लेकिन अपने पत्रकार दोस्त अक्की (राजीव सिद्धार्थ) और पम्मी के कहने पर वह बारात घोड़ी चढ़ कर जाता है. काशीपुर वाले बाबा निराला (बॉबी देओल) मोहल्ले के लोगों को हड़काता है, तब जाकर सत्ती का इलाज संभव हो पाता है. पम्मी बाबा की भक्त बन जाती है.
लेखक हबीब फैसल और निर्देशक प्रकाश झा ने इस सिरीज में न सिर्फ धर्म के नाम पर धोखाधड़ी के विषय को उठाया है, बल्कि पाखंडी धर्मगुरुओं, अपराध और राजनीति के गठजोड़ को भी प्रमुखता से दिखाया है. साथ ही, दलित उत्पीड़न के मुद्दे को भी इसमें शामिल किया है. प्रकाश झा की खासियत है कि वह समाज और राजनीति से जुड़े मुद्दों को मनोरंजन की चाशनी में लपेट कर पेश करते हैं. वह उसे इस तरह बनाने की कोशिश करते हैं कि बात लोगों तक पहुंच भी जाए और व्यावसायिक पहलू भी प्रभावित न हो. इस सिरीज में उन्होंने यही सूत्र अपनाया है.
बाबा निराला की भूमिका में बॉबी देओल प्रभावित करते हैं. उनका गेटअप बहुत बढ़िया है. उनके दोस्त और निकटतम सहयोगी बाबा भोपा की भूमिका में चंदन राय सान्याल का काम बढ़िया है. पम्मी के किरदार को अदिति ने अच्छे से निभाया है. दर्शन कुमार भी अपने किरदार में जंचे हैं और अनुप्रिया गोयनका भी अच्छी लगी हैं.
वेब सिरीज: आश्रम
निर्देशक : प्रकाश झा
कलाकार: बॉबी देओल, अदिति पोहनकर, चंदन राय सान्याल, तुषार पांडेय, अनुप्रिया गोयनका, दर्शन कुमार, अध्ययन सुमन, त्रिधा चौधरी, विक्रम कोचर, सचिन श्रॉफ, राजीव सिद्धार्थ, तन्मय रंजन, अनुरिता झा
रेटिंग: 3 स्टार