नई दिल्ली. वर्ल्ड बैंक ने ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स में भारत को 116वीं रैंकिंग दी है. भारत को 174 देशों की रैंकिंग में यह स्थान दिया गया है. हालांकि भारत के स्कोर में 2018 के मुकाबले थोड़ी वृद्धि हुई है.
वर्ल्ड बैंक के ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स के अनुसार भारत का स्कोर 0.49 है जबकि 2018 में यह स्कोर 0.44 था. इससे पहले 2019 में वल्र्ड बैंक की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में भारत को 157 देशों में से 115वीं रैंकिंग दी गई थी. इसके बाद केंद्र सरकार ने वल्र्ड बैंक के इंडेक्स पर ही सवाल उठाय़ा था. केंद्र सरकार का कहना था कि वल्र्ड बैंक ने देश में गरीबों को संकट से उबारने के लिए अपनाई गई नीतियों की उपेक्षा की है.
वर्ल्ड बैंक ने 2020 ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स में 174 देशों की शिक्षा और स्वास्थ्य का डाटा लिया है. इन 174 देशों में दुनिया की कुल 98 प्रतिशत आबादी है. कोरोना से पहले यानी मार्च 2020 तक के इस ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स में बच्चों को प्रदान की जाने वाली शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर महत्व दिया गया है. ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स के अनुसार ज्यादातर देशों ने स्थिर उन्नति की है, जबकि लो-इनकम देशों ने बड़ी छलांग लगाई है.
पिछले साल की भारत की आपत्तियों पर पूछे जाने पर वल्र्ड बैंक की ह्यूमन डेवलपमेंट की चीफ इकोनॉमिस्ट रोबर्टा गाटी ने पत्रकारों को बताया कि उनकी टीम ने इसकी क्वालिटी सुधारने के लिए देशों के साथ काम किया है ताकि इसे सबके लिए अच्छा इंडेक्स बनाया जा सके.
रोबोटा गाटी ने आगे कहा यह इंडेक्स कन्वरसेशन ओपनर है जो हमने अपने क्लाइंट देशों के साथ इसकी चर्चा की है. रोबोटा गाटी ने कहा हमने अपने कुछ क्लाइंट देशों के साथ सीधे काम किया है ताकि इंडेक्स का उपयोग मेजरमेंट को सुधारने के लिए किया जा सके और भारत उन देशों में से एक है. सवालों का जवाब देते हुए वल्र्ड बैंक के ह्यूमन डेवलपमेंट ग्रुप की वाइस प्रेसिडेंट ममता मुर्थी ने कहा ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स एक बेसिस प्रदान कर रहा है.