राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने एक युवक के कैंसर से खराब जबड़े को हटाकर उसी के एक पांव की हड्डी से नया जबड़ा बनाकर प्रत्यारोपित करने की चिकित्सीय उपलब्धि हासिल की है. टांटिया विश्वविद्यालय परिसर में डॉ. एस.एस. टांटिया एमसीएच एंड रिसर्च सेंटर (जन सेवा हॉस्पिटल) के मुंह, गला एवं थॉयराइड कैंसर रोग विभाग ने यह बड़ी सफलता प्राप्त की है. विभाग की इस टीम में नाक, कान एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश के. मोहता, प्लास्टिक सर्जन डॉ. मनोज गर्ग एवं मेक्सीलोफेशियल एंड हेड-नेक ओंको सर्जन डॉ. पी.सी. स्वामी शामिल रहे.
लगभग नौ घंटे के जटिल ऑप्रेशन से मरीज का कैंसर वाला जबड़ा निकाला और पांव की हड्डी लेकर इसे दुबारा बनाया. इलाके में ऐसा सफल ऑप्रेशन पहली बार हुआ है. करीब 55 साल के मरीज का तम्बाकू, जर्दे से कैंसर के कारण नीचे का पूरा जबड़ा निकालना पड़ा. ऑप्रेशन के दौरान पांव की हड्डी लेकर जबड़ा दुबारा बना दिया गया. इससे जबड़े की शेप और चेहरा नहीं बिगड़ा, मरीज को सही ढंग से खाने-पीने तथा बोलेने में भी अब दिक्कत नहीं है.