नई दिल्ली. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबलूएचओ) ने कहा है कि अगर सभी देश कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए समान रूप से काम नहीं करेंगे, तो यह असंभव नहीं है कि मरने वालों की संख्या दोगुनी हो सकती है. आंकड़ा अकल्पनीय है, लेकिन यह असंभव नहीं.
डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपात कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माइक रयान ने कहा, यह निश्चित रूप से अकल्पनीय है, लेकिन यह असंभव नहीं है, क्योंकि अगर हम नौ महीनों में 1 मिलियन लोगों की मौत होते हुए देखा है. अगर अगले नौ महीनों में कोई प्रभावी टीका नहीं मिलता है, तो कोरोना वायरस से मृत्यु का आंकड़ा 2 मिलियन हो सकता है. रयान ने कहा, असली सवाल यह है कि क्या हम सामूहिक रूप से इस बात के लिए तैयार हैं कि इस नंबर से बचने के लिए हमें क्या करना है?
इलाज में हुई प्रगति
यान ने कहा, कोविड-19 की दर में धीरे-धीरे गिरावट आई है, क्योंकि वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ऑक्सीजन के बेहतर उपयोग और स्टेरॉयड डेक्सामेथासोन के माध्यम से गंभीर रूप से बीमार रोगियों के इलाज में प्रगति की है. रयान ने कहा, यदि विश्व के नेता कोरोना के उपायों को बेहतर ढंग से लागू नहीं करते हैं, तो कोविड-19 वैक्सीन के व्यापक रूप से उपलब्ध होने से पहले 2 मिलियन या उससे अधिक लोगों की मौत हो सकती है.
सभी देशों को उठाने होंगे ठोस कदम
उन्होंने कहा, इस रणनीतिक दृष्टिकोण के हर पहलू पर अब कार्रवाई का समय है. सभी को परीक्षण, मरीजों के पहचान, देखभाल, स्वच्छता, मास्क और टीकों जैसी बातों का ध्यान रखना चाहिए. अगर हम सबने मिलकर कदन नहीं उठाए तो दो मिलियन का आंकड़ा तो तय है, जो कि दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है.
भारत में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 59 लाख पार
कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. चीन से निकले इस खतरानक वायरस से देश में संक्रमितों की संख्या 59 लाख पार हो गई है. देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 85,362 नए मामले सामने आए हैं. पिछले कई दिनों से 80 हजार से अधिक केस सामने आ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 1,089 मरीजों की मौत हुई है. अब तक 59,03,933 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 9,60,969 सक्रिय मामले हैं और 48,49,585 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है.
वहीं, 93,379 मरीजों की मौत हो चुकी है.अब तक 7,02,69,975 मामलों की जांचभारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख के पार, 23 अगस्त को 30 लाख के पार, पांच सितम्बर को 40 लाख के पार और 16 सितम्बर को 50 लाख के पार चले गए थे. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 25 सितम्बर तक कुल ल 7,02,69,975 नमूनों की जांच की गई, इनमें से 13,41,535 नमूनों की जांच गुरुवार को की गई.