इस कोरोना काल में यात्राएं सिमित हो चुकी हैं और लोग बेहद कम यात्राएं करने पर विचार कर रहे हैं. एक शहर से दूसरे शहर लोग बेहद कम सफ़र कर रहे हैं, खासतौर से एहतियात बरतते हुए बच्चों को यात्राओं से दूर ही रखा जा रहा हैं. लेकिन कई बार ऐसे अवसर आते हैं कि मजबूरन बच्चों के साथ यात्रा करनी पड़ती हैं. ऐसे में आपको बच्चों का खास ख्याल रखते हुए कई सावधानियों का ध्यान रखने की जरूरत हैं. तो आइये जानते हैं उन सावधानियों के बारे में.
बच्चे की जरूरत की सभी छोटी- बड़ी वस्तुएं अपने साथ लेकर चलें. दूध की शीशी, डायपर, दवाइयां, खाना सबकुछ साथ ले लें. घर के बाहर से बच्चे के लिए कुछ भी खरीदना खतरे से खाली नहीं है. ट्रेन या बस से यात्रा कर रहे हैं तो किसी अन्य व्यक्ति से कोई भी सामान न लें, पानी की बोतल भी नहीं.
हाथों पर ग्लव्स पहनाएं- छोटे बच्चे कुछ नहीं समझते हैं. वे किसी भी वस्तु को छू लेते हैं और हाथों को मुंह में ले लेते हैं या नाक छू लेते हैं. इसलिए बच्चों को हाथों पर ग्लव्स जरूर पहनाएं. वैसे भी ठंड का मौसम है, ग्लव्स पहनाने से बच्चे को ठंड भी नहीं लगेगी. मां भी बच्चे की सुरक्षा के लिए हाथों में ग्लव्स जरूर पहनें.
किसी अन्य व्यक्ति के हाथों में न दें बच्चा- भले ही कितना ही आवश्यक काम क्यों न हो, शिशु को किसी अन्य स्त्री या पुरूष के हाथों में न दें. यदि वॉशरूम भी जाना है तो बच्चे को या तो किसी परिवार के सदस्य को दें और अकेले हैं तो बच्चे को भी साथ लेकर चले जाएं. महामारी के इस दौर में किसी भी व्यक्ति पर विश्वास नहीं किया जा सकता है.
बार-बार हाथ सैनिटाइज करवाएं- बच्चे ने भले ही आपके सामने कुछ छूआ न हो लेकिन फिर भी उसके हाथों को बार-बार सैनिटाइज कराएं. बहुत तेज खुशबू वाले सैनिटाइजर का प्रयोग न करें, ये बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है. खुद के हाथों को भी बार-बार सैनिटाइज करें. सैनिटाइजर की शीशी को हाथों में ही रखें.
बच्चे के चेहरे को न छूएं- याद रखें, आप घर पर नहीं हैं. यदि बच्चा रोता है तो उसे चुप कराने के लिए बार- बार उसके चेहरे को न छूएं क्योंकि यात्रा के दौरान यदि हम ट्रेन या बस से लंबी दूरी का सफर कर रहे हैं तो हमें नहीं याद होता है कि हमने क्या- क्या छूआ है. जिस जगह बैठ रहे हैं, उसे एकबार अच्छे से सैनिटाइज जरूर करें.