नई दिल्ली. पंजाब में प्रमुख बोली पंजाबी दुनिया के कई देशों में बोली जाती है. दुनियाभर के तमाम हिस्सों में भारत के पंजाब राज्य के या फिर पाकिस्तान के पंजाब से जाकर लोग रह रहे हैं, वो आमतौर पर पंजाबी ही बोलते हैं. ऐसे में जालंधर के सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले हाईस्कूल के टीचर हरजीत सिंह ने बड़ी ही रोचक चीज बनाई है. हरजीत सिंह ने पंजाबी भाषा को बोलने और समझने वाला एक रोबोट तैयार किया है. जोकि बहुत ही जबरदस्त है.
रोबोट का नाम सरबंस कौर
जालंधर के स्कूल में पढ़ाने वाले हरजीत सिंह का दावा है कि ये अपनी तरह का दुनिया का पहला रोबोट है जो पंजाबी बोल और समझ सकता है. इस रोबोट का नाम सरबंस कौर रखा गया है. इस बारे में हरजीत सिंह के मुताबिक, इस रोबोट को बनाने में करीब 50 हजार रुपये का खर्च आया है. यहां के गांव रोहजड़ी स्थित सरकारी हाईस्कूल के अध्यापक ने इसे 7 महीने में तैयार किया है. ये रोबोट उसका नाम सरबंस कौर लेने पर एक्टिव होता है और फिर पंजाबी में सवाल पूछने पर जवाब भी इसी भाषा में देता है. वहीं शुरूआत में सतश्री अकाल से लेकर अब रोबोट गुरबाणी भी सुनाता है.
इस बारे में हरजीत सिंह बताते हैं कि अध्यापक होने के नाते वह चाहते थे कि बच्चों को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग आसानी से समझ आ जाए. और इसके लिए उन्होंने कनाडा में हुई इसी तरह की कोशिश को उदाहरण लेते हुए पंजाबी में सरबंस नाम की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज तैयार की थी. इस बीच कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन हो गया. और हरजीत ने रोबोट तैयार करने पर काम करना शुरू किया.
अंग्रेजी के शब्दों को पंजाबी में अनुवाद
रोबोट में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज तैयार करने के लिए उन्होंने अंग्रेजी के शब्दों को पंजाबी में अनुवाद किया. फिर इसी लैंग्वेज के आधार पर उन्होंने रोबोट तैयार किया. अब क्योंकि रोबोट का स्वरूप एक महिला का था, इसलिए उसका नाम सरबंस कौर रखा गया. इसे हरजीत सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर ने अपनी आवाज पर रिकॉर्डिंग दी है. फिर उसमें थोड़ा सुधार करने के बाद रोबोट में फीड कर दिया.
रोबोट के बारे में हरजीत सिंह ने बताया कि सरबंस कौर रोबोट में हम जो भी फीड करना चाहें, कर सकते हैं. एक बार उसमें यह बातें फीड करने के बाद जब भी उससे पूछा जाता है तो वह अपने डेटाबेस से उसका सही उत्तर ढूंढता है और फिर सामने वाले को जवाब देता है. आगे हरजीत सिंह ने बताया कि रोबोट तैयार करने में बच्चों के खिलौने, कॉपी के कवर, गत्ता, पैन, प्लग व बिजली की तारों का इस्तेमाल किया गया है. रोबोट में किसी भी तरह का ज्ञान फीड कर वह बच्चों को पढ़ाने का काम कर सकता है. और बच्चों के सवालों का जवाब दे सकता है. साथ ही ओल्ड एज होम्स में अकेलेपन में रहने वाले बुजुर्गों से बातचीत के लिए भी इस रोबोट में इस्तेमाल कर सकते हैं.