Sunday , April 21 2024
Breaking News

ऑक्‍सीजन लेवल कम होगा तो दिखेंगे ऐसे लक्षण, जानें कब जाएं अस्‍पताल

Share this

कोरोना के इस नए रूप में मरीजों को वेंटिलेटर से ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. अस्‍पतालों में ऑक्सीजन की तेजी से बढ़ी खपत और अचानक आई कमी के कारण मरीज अस्पताल में पहुंचकर भी दम तोड़ रहे हैं. ऐसे में जिन मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा है उनके लिए खतरा बना हुआ है. घर पर इलाज कर रहे मरीजों के लिए यह जानना जरूरी है कि शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होने के क्या लक्षण हैं और कब उन्हें अस्पताल जाने की जरूरत है. ऐसे में यहां बताया जा रहा है ऑक्‍सीजन कम होने के लक्षण क्‍या हैं और ऐसा होने पर क्‍या करें.

1.चेक करते हैं ऑक्सीजन सैचुरेशन

होम क्वारंटीन में इलाज करा रहे मरीजों को अपना ऑक्सीजन सैचुरेशन समय समय पर चेक करते रहना चाहिए. इसके लिए घर में  पल्स ऑक्सीमीटर डिवाइस रखें और हाथ की उंगली पर लगाकर चेक करते रहें. रीडिंग में अगर 94 से ज्यादा लेवल है तो आप खतरे से बाहर हैं.

2.ऑक्सीजन सैचुरेशन 90 या इससे कम हुआ तो मरीज के लिए है खतरा

कोरोना होने पर तेजी से ऑक्सीजन लेवल घटता है. ऐसे में मरीज का SpO2 लेवल 94 से 100 के बीच रहता है तो ये हेल्‍दी होने का लक्षण है. लेकिन अगर लेवल 94 से नीचे आ जाए तो ये हाइपोक्सेमिया को ट्रिगर कर सकता है. ऐसा होने पर कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं. अगर ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल 90 से भी नीचे जाने लगे तो मरीज के लिए यह खतरे की निशानी है. ऐसे में मरीज को तुरंत पास के अस्‍पताल में एडमिट कराएं.

3.ऑक्सीजन लेवल 91 से 94 के बीच हो तो पहले क्‍या करें

अगर पेशेंट का ऑक्सीजन लेवल 91 से 94 के बीच है तो उसे घर पर प्रोनिंग एक्सरसाइज कराएं या प्रोनिंग पोजीशन में लिटाएं और तेज सांस लेने बोलें.  इसकी मदद से शरीर में ऑक्‍सीजन लेवल को बढ़ाने में मदद मिलती है.

4.चेहरे का रंग गहरा होना

शरीर में अगर ऑक्सीजन की कमी होती है तो चेहरे का रंग नीला पड़ने लगता है और होठों पर भी नीलापन आ जाता है. इसे स्यानोसिस होने का लक्षण माना जाता है. दरअलस हेल्दी ऑक्सीजेनेटेड ब्लड की वजह से हमारी स्किन लाल या गुलाबी ग्लो करती है लेकिन जब शरीर में ऑक्सीजन कम होने लगता है तो ऐसे लक्षण दिखने लगते हैं.

5.सांस लेने में तकलीफ

ऑक्सीजन लेवल कम होने से कोरोना मरीजों को सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द, सीने में दबाव, लगातार खांसी, बेचैनी और तेज सिरदर्द देखने को मिलता है. ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती हो जाएं.

Share this
Translate »