नई दिल्ली. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे सीजन के लिए प्वाइंट सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है. अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे सीजन में एक मैच जीतने पर 12 अंक (प्वाइंट्स) मिलेंगे. मुकाबला टाई होने पर दोनों टीमों को छह-छह जबकि ड्रॉ होने की स्थिति में चार-चार अंक मिलेंगे. टीमों ने मैच खेलकर जो अंक हासिल किए हैं, उनके प्रतिशत अंकों के आधार पर टीमों की रैंकिंग तय होगी. डब्ल्यूटीसी के दूसरे चक्र की शुरुआत भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ होगी. भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच चार अगस्त से खेला जाएगा.
इस बार जीतने वाली टीम के पास जीत प्रतिशत प्वाइंट 100 फीसदी होंगे. टाई करने वाली टीम 50 फीसदी अंक हासिल कर पाएगी. इसके अलावा टेस्ट ड्रॉ होने पर दोनों टीमों को 33.33 फीसदी अंक मिलेंगे. पहले प्रत्येक सीरीज के समान 120 अंक होते थे, फिर चाहे यह दो टेस्ट की सीरीज हो या पांच टेस्ट की सीरीज हो. लेकिन इस बार में प्रत्येक मैच के समान अंक होंगे. यानि दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 24 अंक और पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 60 अंक होंगे.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड की टीम महज 13 टेस्ट मैच खेलेगी. वहीं इंग्लैंड की टीम सबसे ज्यादा 21 टेस्ट खेलने वाली है. भारतीय टीम 19 और ऑस्ट्रेलिया 18 टेस्ट मैच खेलेगा. वेस्टइंडीज और श्रीलंका की टीमें भी 13-13 टेस्ट मैच खेलेंगी. पाकिस्तान 14 और बांग्लादेश 12 टेस्ट मैच खेलेगा. वर्ल्ड टेस्ट सीरीज के नियमों के मुताबिक एक टीम को तीन घरेलू और तीन विदेशी सीरीज खेलनी होंगी. भारतीय टीम न्यूजीलैंड, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया से अपने घर पर भिड़ेगी. वहीं उसे इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश का दौरा भी करना होगा. 31 मार्च 2023 तक सभी टीमों को एक-दूसरे के खिलाफ मुकाबला खेलना है. पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड की टीम विजेता बनी.