नई दिल्ली. देश में कोरोना वैक्सीन तेजी से लगाई जा रही है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को वैक्सीन से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि भारत के कुल व्यस्क आबादी के 20 प्रतिशत लोगों को कोरोना के दोनों डोज दे दी गई है. इसका मतलब यह है कि भारत के आबादी के 20 प्रतिशत व्यस्क का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि भारत के कुल आबादी के 62 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दे दी गई है. वैज्ञानिक शोधों में यह पता चला है कि वैक्सीन के दोनों खुराक के कुछ समय बाद इंसान के शरीर की एंटीबॉडी में कमी आने लगती है. पर बूस्टर डोज केंद्रीय चर्चा का विषय नहीं है और हमारी प्राथमिकता भारत में कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगाना है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत में कुल आबादी के 20 प्रतिशत वयस्कों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. वहीं राज्यों की बात करें तो पूर्ण टीकाकरण करने के मामले में केरल सबसे ऊपर है. केरल में अबतक कुल आबादी के 35.06 प्रतिशत व्यस्क आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लगा कर पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है.
केरल के बाद देश की राजधानी दिल्ली में कुल आबादी के 34.30 फीसदी व्यस्क आबादी को पूर्ण टीकाकरण हो चुका है और वह इस मामले में दूसरे स्थान पर है. वहीं पूर्ण टीकाकरण के मामले में गुजरात तीसरे स्थान पर काबिज है गुजरात में अबतक 33.05 फीसदी व्यस्क आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो सका है.
एक ओर देश में तेजी से वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है तो वहीं भारत के कुछ राज्य ऐसे हैं जहां वैक्सीन देने की रफ्तार थोड़ी कम हुई है. देश में पूर्ण टीकाकरण की बात करें तो अब तक 20 प्रतिशत व्यस्क आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. वहीं पूर्ण टीकाकरण करने वाले राज्यों को देखें तो इसमें केरल पहल नंबर पर है, वहीं आखिरी स्थान पर देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है.
उत्तर प्रदेश में कुल आबादी के लगभग 9.94 फीसदी व्यस्क आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो सका है. इसका एक बड़ा कारण यूपी की विशाल जनसंख्या भी है. वहीं उत्तर प्रदेश के बाद बिहार का नंबर आता है जहां अबतक कुल आबादी के 11.23 फीसदी व्यस्क लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो सका है.