लखनऊ. उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अफसर सरकार के आदेशों का किस तरह पालन करते हैं? इसका खुलासा शुक्रवार 1 अक्टूबर को हो गया. दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बाद सभी जिलों में लैंडलाइन फोन पर सम्पर्क कर अचानक अधिकारियों की लोकेशन पता की गई. इस रियलिटी चेक में 14 डीएम और 16 पुलिस कप्तान मौके पर नहीं मिले. इनमें शामली, बांदा, प्रतापगढ़ के अफसर शामिल हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि इन जिलों में करीब एक घंटे के अंदर दो बार फोन किया गया लेकिन अफसर नदारद ही मिले.
बता दें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को जिलों में प्रतिदिन 2 घण्टे (सुबह 10 से 12) बजे तक जनता दर्शन कार्यक्रम करने के आदेश दिए हैं. आज खुद जिलाधिकारियों की रियलिटी जानने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा फोन किया गया था. वहीं पुलिस विभाग की स्थिति जानने के लिए अपर मुख्य सचिव (गृह), डीजीपी कार्यालय, व एडीजी लॉ एंड ऑर्डर कार्यालय से फोन किया गया
यही नहीं दो बार स्थिति चेक की गई. पहली बार सुबह साढ़े 9 बजे, दूसरी बार 10 बजे के बाद बेसिक फोन के माध्यम से अधिकारियों की लोकेशन जारी गई. इसमें शामली सहित करीब 16 जिलों के पुलिस कप्तान लोकेशन पर नहीं मिले. वहीं बांदा, प्रतापगढ़ जिलों के डीएम फोन पर नहीं मिले. जानकारी के अनुसार अब गैरहाजिर डीएम/पुलिस कप्तान को नोटिस जारी किया जा रहा है. इनसे स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा कि आखिर मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद ऐसी लापरवाही क्यों बरती जा रही है?